भारत नही है जी-7 का सदस्य, फिर भी मिली एंट्री,जानिए कैसे

Sunday, Aug 25, 2019 - 08:15 PM (IST)

नई दिल्ली: जी-7 (कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका) ऐसे देशों का समूह है जिसका दुनिया की 40 फीसदी जीडीपी पर कब्जा है। भारत इन देशों के समूह का हिस्सा नहीं है,लेकिन पीएम मोदी फिर भी इस सम्मेलन में भाग लेगें। वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती ताकत का ही असर है कि इस सम्मेलन में भारत को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया है।

तीन देशों की विदेश यात्रा के पहले चरण में फ्रांस पहुंच पीएम मोदी के साथ एक संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि हमने जी-7 पर बात की हम चाहते थे कि भारत इस समिट का हिस्सा बने क्योंकि बिना उसके हम कुछ मुद्दों पर आगे नहीं बढ़ सकते। बतौर फ्रांस के राष्ट्रपति और जी-7 के आयोजक देश के तौर पर मैक्रों को यह अधिकार है कि वह इस समूह के बाहर किसी अन्य देश को भी बुला सकते हैं। भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, स्पेन, दक्षिण अफ्रीका को भी इस बार विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। अफ्रीकी देश सेनेगल और रवांडा भी इस बार आमंत्रित हैं।


गौरतलब है कि यह पहले जी-8 समूह था, इसमें अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और रूस शामिल थे। यूरोपीय संघ भी वार्षिक शिखर सम्मेलन में शामिल होता है लेकिन जब अमेरिका के सत्ता की कमान बराक ओबामा के हाथ में गई उस वक्त रूस बाहर हो गया था। क्रिमिया पर रूस के कब्जे के बाद 2014 में उसे जी-8 से बाहर कर दिया गया था और तब से यह जी 7 समूह है।

shukdev

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