जयशंकर ने कहा- "कई देशों के लिए मॉडल बना भारत, UNSC की स्थायी सदस्यता मिलने की पूरी उम्मीद

Wednesday, Apr 03, 2024 - 01:11 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दुनिया में भारत के बढ़ते कद को दोहराया और पिछले साल दक्षिण अफ्रीका की अध्यक्षता में आयोजित ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का जिक्र करते उस घटना को याद किया जब दक्षिण अफ़्रीकी राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बैठक में अपने साथ बैठने के लिए कहा क्योंकि वह भारत को अन्य विकासशील देशों के लिए एक प्रेरणा के रूप में देखते हैं। उन्होंने कहा कि “आज, भारत कई देशों के लिए एक मॉडल बन गया है। भारत सिर्फ काम करने वाला लोकतंत्र नहीं है, बल्कि दुनिया के लिए प्रेरणा देने वाला लोकतंत्र भी है। अब जब हम सक्षम होने की बात करते हैं तो जिम्मेदारियों के साथ-साथ दुनिया की अपेक्षाएं भी बढ़ जाती हैं।''

 

जयशंकर ने भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की स्थायी सदस्यता मिलने का विश्वास जताते हुए मंगलवार को कहा कि यह निश्चित रूप से होगा लेकिन इस दिशा में अत्यधिक प्रयासों की जरूरत होगी। गुजरात के राजकोट शहर में बुद्धिजीवियों के साथ संवाद में विदेश मंत्री ने कहा कि सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। संयुक्त राष्ट्र के मूल स्थायी सदस्य पांच देशों-चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका के प्रभुत्व को रेखांकित करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि अब भारत की स्थायी सदस्यता के पक्ष में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर माहौल बन रहा है।

 

जयशंकर ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की स्थापना लगभग 80 वर्ष पहले हुई थी और इन पांच देशों ने आपस में सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनने का फैसला कर लिया था। उन्होंने यूएनएससी की स्थापना के ऐतिहासिक संदर्भ का उल्लेख किया जहां पांच देशों को स्थायी सदस्यता मिली थी। उन्होंने आज करीब 193 देशों के साथ आकार ले रहे वैश्विक परिदृश्य की भी बात की। विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘लेकिन इन पांच देशों ने अपना नियंत्रण रखा और अजीब बात है कि आपको किसी बदलाव के लिए उनसे मंजूरी देने के लिए कहना पड़ता है। कुछ सहमत होते हैं, कुछ अन्य ईमानदारी से अपना रुख रखते हैं, वहीं अन्य पीछे से कुछ करते हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन अब पूरी दुनिया में इस तरह की भावना है कि यह बदलना चाहिए और भारत को स्थायी सदस्यता मिलनी चाहिए। मुझे लगता है कि यह भावना हर साल बढ़ रही है।''

 

जयशंकर ने कहा कि भारत ने पिछले 10 साल में साबित कर दिया है कि लोकतंत्र में समाधान निकल सकते हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया इस बात से हैरान है कि कोविड-19 महामारी के बावजूद भारत सात प्रतिशत की विकास दर से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया को लगता है कि सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में भारत वैश्विक विकास का इंजन बन सकता है।'' जयशंकर ने कहा कि दुनिया समझती है कि भारत में प्रौद्योगिकी प्रतिभा है। जर्मनी में रहने वाले एक भारतीय जोड़े से उनकी नन्ही बेटी अरिहा शाह ले लिए जाने और उसे देखभाल केंद्र में रखे जाने के मामले में जयशंकर ने कहा कि वह इस मामले से अवगत हैं और इस पर नजर रख रहे हैं।  

Tanuja

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