भारत, यूरोप, अफ्रीका...भीषण गर्मी से उबलकर ''लाल'' हुई दुनिया, नासा ने जारी किया MAP
Tuesday, Jul 19, 2022 - 05:53 PM (IST)
इंटरनेशनल डेस्कः अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने एशिया, यूरोप, उत्तरी अफ्रीका और पश्चिमी एशिया में पड़ रही भीषण गर्मी को लेकर दुनिया को आगाह किया है। इन सभी जगहों पर तापमान 40 डिग्री के पार जा चुका है और कई जगहों पर गर्मी का रिकॉर्ड टूट गया है। नासा ने 13 जुलाई 2022 की इस तस्वीर में दिखाया है कि किस तरह से पूर्वी गोलार्द्ध में सतह का तापमान है। इस तस्वीर में यह नीली धरती भीषण गर्मी की वजह से लाल नजर आ रही है। इस तस्वीर में नजर आ रहा है कि उत्तरी भारत भी प्रचंड गर्मी का सामना कर रहा है। नासा के नक्शे में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्से तो बहुत ज्यादा गरमी की चपेट में हैं।
On July 13, 2022, Earth satellites captured temperatures rising above 40 degrees Celsius (104 degrees Fahrenheit) due to extreme, record-breaking heatwaves across much of Europe, Africa, and Asia: https://t.co/tD6DmpXMyz pic.twitter.com/cb3P1F699Y
— NASA (@NASA) July 18, 2022
नासा के गोड्डार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर के स्टीवन पावसोन ने कहा कि विभिन्न जगहों पर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है कि वहां ठंडे होने पर नजर आने वाला नीला रंग अब लाल में बदल गया है जो भीषण गर्मी का संकेत है। धरती का यह विशाल इलाका भीषण गर्मी की चपेट में है जो इस बात का संकेतक है कि इंसानों की ओर से ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन से मौसम में यह खतरनाक बदलाव आया है और इसका असर हमारे जीवन परिस्थितियों में साफ नजर आ रहा है।
पुर्तगाल में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस, आधा देश अलर्ट पर
पश्चिमी यूरोप जहां पहले ही भीषण सूखे से गुजर रहा है, वहां भयानक गर्मी ने आग को भड़का दिया है जो पुर्तगाल, स्पेन और फ्रांस के कुछ हिस्सों तक भड़क गई है। पुर्तगाल में तापमान 13 जुलाई को 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया और 3 हजार हेक्टेयर का इलाका जलकर राख हो गया। आधा देश रेड अलर्ट पर है और देश में 14 जगहों पर आग लगी है। फायर फाइटर्स इसे बुझाने में जुटे हुए हैं। यही नहीं स्पेन के मैड्रिड शहर में 1500 हेक्टेयर इलाका जलकर राख हो गया। इटली में रेकॉर्ड गर्मी से मारमोलादा ग्लेशियर का एक हिस्सा गिर गया। इससे वहां हिमस्खन हो गया जिससे 11 पर्वतारोहियों की मौत हो गई।
ब्रिटेन में भी मौसम विभाग ने भीषण गर्मी पर चेतावनी जारी की है जो अभी और बढ़ने के आसार हैं। माना जा रहा है कि सारे रेकॉर्ड ब्रिटेन में टूट सकते हैं। इस बीच उत्तरी अफ्रीका में ट्यूनिशिया में भयंकर गर्मी पड़ रही है। यहां आग लगने से काफी फसल जल गई है। राजधानी ट्यूनिस में पारा 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इससे यहां पर 40 साल का रेकार्ड टूट गया। ईरान में भी जुलाई के महीने में गर्मी से बुरा हाल है और यहां पर जून में पारा 52 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। चीन में भी गर्मी के मौसम में सूखा पड़ा है जिससे सड़कें पिघल गई और छतों पर लगी टाइल भी गिर गईं।
भीषण गर्मी का सीधे इंसान के स्वास्थ्य पर असर: नासा
शंघाई में तापमान 13 जुलाई को 2022 तापमान 40.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया जो साल 1873 के बाद सबसे ज्यादा है। भारी आर्द्रता और रातभर गरम तापमान से बहुत ही खतरनाक स्थितियां पैदा हो गईं। स्टीवन पावसोन ने कहा कि इस तरह की भीषण गर्मी का सीधे इंसान के स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। इसके अन्य परिणाम भी भयानक होते हैं। यूरोप और अफ्रीका अब अग्निकांड से जूझ रहे हैं। यह उत्तरी अमेरिका में भी बढ़ा है।