दवाई की सप्लाई के लिए भारत का शुक्रिया, अगर नहीं मिलती मंजूरी तो देते करारा जवाब: ट्रंप

Tuesday, Apr 07, 2020 - 08:47 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः दुनिया के कई देश कोरोना वायरस की चपेट में है और अमेरिका भी इस समय काफी मुश्किल वक्त से गुजर रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बीते दिनों फोन पर बात की थी और रिक्वेस्ट की थी कि भारत हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा अमेरिका को सप्लाई करे। वहीं अब मंगलवार को ट्रंप का फिर से बयान आया है कि अगर भारत उसकी मदद नहीं करता तो उसे करारा जवाब  दिया जाता। व्हाइट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डोनाल्ड ट्रंप के तेवर बदले-बदले से दिखा और कहा कि रविवार सुबह पीएम मोदी से बात की थी और मैंने उनसे कहा था कि अगर आप हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की सप्लाई शुरू करते हैं तो अच्छा होगा।

ट्रंप ने कहा कि अगर भारत ऐसा नहीं करता है तो उसका करारा जवाब दिया जाता, आखिर कड़ा जवाब क्यों नहीं दिया जाएगा? बता दें कि ट्रंप की रिक्वेस्ट पर पीएम मोदी ने दवा पर आश्वासन दिया था। वहीं सूत्रों के मुताबिक भारत बढ़ते अंतर्राष्ट्रीय दबाव के बीच हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा के निर्यात की मंजूरी दे सकता है। सूत्रों के मुताबिक, भारत सरकार देश के लिए पर्याप्त स्टॉक देखने के बाद कर इस पर निर्णय ले सकती है।

कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए भारत ने पिछले महीने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के निर्यात और मलेरिया दवा के निर्माण पर प्रतिबंध लगा दिया था। जबकि विशेषज्ञों का मानना है कि COVID -19 के मरीजों के इलाज में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन उपयोगी साबित हो सकती है। फिलहाल में कोरोना के लिए न तो अभी कोई वैक्सीन बनी है और न ही अभी कोई विशेष इलाज है। बता दें कि अमेरिका में कोरोना से मरने वालों की संख्या 10,000 के पार हो गई है और 352500 लोग इससे संक्रमित हैं।

Seema Sharma

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