संयुक्त राष्ट्र में परमाणु अप्रसार संधि को लेकर भारत की दो टूक

Friday, Oct 13, 2017 - 04:35 PM (IST)

संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र महासभा में  भारत ने परमाणु अप्रसार संधि (NPT) के साथ गैर परमाणु हथियार देश के तौर पर जुड़ने की संभावना से इंकार साफ कर दिया है। कॉन्फ्रेंस ऑन डिस्आर्मामेंट में भारत के स्थाई प्रतिनिधि अमनदीप सिंह गिल ने  कहा  कि वह NPT से नहीं जुड़ेंगे लेकिन परमाणु विस्फोटक परीक्षण पर एकतरफा स्वैच्छिक रोक के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि  भारत का NPT के साथ गैर परमाणु हथियार देश (NNWS) के तौर पर जुड़ने का सवाल ही नहीं उठता।

परमाणु हथियार विषय पर चर्चा में उन्होंने कहा कि एनपीटी पर भारत का रुख  स्पष्ट है, सभी को पता है और इस पर कुछ भी दोहराने की कोई जरूरत नहीं है। गिल ने कहा कि इसी के साथ भारत वैश्विक परमाणु अप्रसार लक्ष्यों को मजबूत करने और बनाए रखने का समर्थन करता है, खासकर उन देशों द्वारा इसके पूर्ण और प्रभावी क्रियान्वयन का, जिन देशों का NPTसमेत संबंधित समझौतों और संधियों के तहत इसका दायित्व बनता है। 

उन्होंने कहा कि भारत NPT का हिस्सा नहीं होने के बावजूद इसके सिद्धांतों और लक्ष्यों का पालन करता है और  इसमें परमाणु निरस्त्रीकरण आकांक्षाएं भी शामिल हैं। गिल ने कहा कि NPT एक अंतरराष्ट्रीय संधि है जिसका उद्देश्य परमाणु हथियार और ऐसे हथियार बनाने की तकनीक के प्रसार को रोकना है ताकि परमाणु ऊर्जा का शांतिपूर्ण इस्तेमाल किया जा सके और निरस्त्रीकरण के लक्ष्य को आगे बढाया जा सके।

गिल ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा, हमने अपने एजैंडा को समसामयिक बनाया है और उम्मीद करते हैं कि हमारे मित्र अपने एजैंडा का नवीकरण करेंगे और अप्रसार तथा निरस्त्रीकरण के वास्तविक क्रियान्वयन में जो कमियां हैं, उन पर ध्यान केंद्रित करेंगे।. उन्होंने कहा कि एक जिम्मेदार परमाणु शक्ति होने के नाते, परमाणु हथियारों का पहले इस्तेमाल न करना और गैर परमाणु हथियार संपन्न देशों के खिलाफ परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं करना भारत की नीति है। गिल ने कहा, हम परमाणु विस्फोटक परीक्षण पर एकतरफा स्वैच्छिक रोक के लिए प्रतिबद्ध हैं। 
 

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