सरकार बोली- चीन से बातचीत कर सुलझाएंगे सीमा विवाद, LAC पर दूर करेंगे गलतफहमी

Sunday, Nov 08, 2020 - 12:10 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ चल रहे तनाव के बीच रविवार को भारत सरकार का बयान आया है। भारत सरकार ने कहा कि दोनों देशों के बीच चल रहे सीमा विवाद को आपसी बातचीत के जरिए सुलझाएंगे और साथ ही इस मसले का सर्वमान्य हल निकलने तक दोनों देश फ्रंटलाइन एरिया में अधिकतम संयम बरतेंगे। भारत सरकार ने कहा कि दोनों देशों की बातचीत से विवाद को आपसी सहमति से सुलझाने की स्वीकृति बनी है। दोनों देशों ने तय किया है कि वे अपने शीर्ष नेताओं द्वारा तय की गई गाइलाइंस को लागू करेंगे।

सरकार ने कहा कि इसके साथ ही LAC पर तैनात सैनिकों के बीच किसी भी संभावित गलतफहमी को दूर करने का भी इंतजाम किया जाएगा। सरकार के बयान के मुताबिक दोनों देशों ने यह भी तय किया कि वे विवाद को सुलझाने के लिए सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर आपसी बातचीत का दरवाजा खुला रखेंगे।

6 नवंबर को हुई थी 8वें दौर की सैन्य बातचीत
भारत-चीन की सेनाओं के बीच शुक्रवार (6 नवंबर) को कोर कमांडर स्तर की एक और दौर की बातचीत हुई जिसका उद्देश्य पूर्वी लद्दाख के गतिरोध वाले सभी बिंदुओं से सैनिकों की वापसी का खाका खींचना था। सरकारी सूत्रों ने कहा कि आठवें दौर की उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता पूर्वी लद्दाख में नियंत्रण रेखा के भारतीय हिस्से में, चुशुल में सुबह करीब साढ़े 9 बजे शुरू हुई। बीते कुछ दिनों में भारत के शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने एक के बाद एक कई बैठकें कीं जिनमें पूर्वी लद्दाख की संपूर्ण स्थिति की समीक्षा की गई और तय किया गया कि चीन के साथ बातचीत में जवानों की समग्र वापसी के लिए दबाव बनाया जाएगा।

कोर कमांडर स्तर की सातवें दौर की बातचीत 12 अक्तूबर को हुई थी और उस दौरान चीन पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे से लगे रणनीतिक ऊंचाई वाले कुछ स्थानों से भारतीय सैनिकों की वापसी के लिए दबाव डाल रहा था।

Seema Sharma

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