UNSC में भारत ने इजरायल-फिलीस्तीन जंग पर तोड़ी चुप्पी, कहा- नहीं रुके तो होगी भयंकर तबाही
Monday, May 17, 2021 - 02:16 PM (IST)
इंटरनेशनल डेस्कः इजरायल और फिलीस्तीन के बीच जारी खूनी संघर्ष के बीच भारत का बड़ा बयान सामने आया है । भारत ने इजरायल और फिलीस्तीन मुद्दे पर चुप्पी तोड़ते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की एक बैठक में अपना बयान जारी करते हुए दोनों देशों से जंग खत्म करने की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि दोनों देशों ने अगर ये खूनी संघर्ष नहीं रोका तो भंयकर तबाही हो सकती है।
भारत ने यथास्थिति में एकतरफा बदलाव न करने की अपील करते कहा कि दोनों को शांति व्यवस्था बनाए रखनी चाहिए। सुरक्षा परिषद की बैठक में भारत का पक्ष रखते हुए टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि हम दोनों पक्षों से अत्यधिक संयम दिखाने, तनाव बढ़ाने वाली कार्रवाइयों से बचने और पूर्वी यरुशलम और उसके आसपास में मौजूदा यथास्थिति को एकतरफा रूप से बदलने के प्रयासों से परहेज करने की अपील करते हैं। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने इजरायल-हमास की लड़ाई के कारण पश्चिमी किनारे (वेस्ट बैंक) में भी हिंसा भड़कने की आशंका जताई है।
सुरक्षा परिषद की बैठक में तिरमूर्ति ने कहा कि पूर्वी यरुशलम में शुरू हुई गाजा और पश्चिम किनारे के और भागों में भी फैलने की आशंका है। समय की मांग है कि यह लड़ाई फौरन रुकनी चाहिए नहीं तो हालात हाथ से निकल जाएंगे। भारत ने गाजा पट्टी से इजरायल के रिहायशी इलाकों पर होने वाले हमलों की कड़ी निंदा की। टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि गाजा की तरफ से हुए गए हमलों में कई लोगों की मौत हुई है, जिसमें एक भारतीय महिला सौम्या संतोष भी शामिल हैं। उन्होंने भारतीय महिला सहित इस हिंसा में जान गंवाने वाले सभी के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं और उम्मीद जताते हैं कि यह खूनी खेल अब बंद होगा।
पोप ने इजराइ-हमास हिंसा की निंदा की
पोप फ्रांसिस ने इजराइल और फलस्तीनियों के बीच ‘अस्वीकार्य' हिंसा की कड़ी निंदा की और कहा कि खासतौर पर बच्चों की मौत ‘संकेत है कि वे भविष्य का निर्माण नहीं करना चाहते हैं बल्कि विध्वंस करना चाहते हैं। पोप फ्रांसिस ने रविवार को सेंट पीटर स्क्वॉयर की ओर खुलती खिड़की से आशीर्वाद देने के कार्यक्रम में शांति, संयम और वार्ता के रास्ते के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद की प्रार्थना की। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने खुद से पूछा, इस नफरत और बदले से क्या मिलेगा?क्या हम सच में मानते हैं कि हम अन्य को नष्ट कर शांति प्राप्त कर सकते हैं?'' पोप ने कहा, ‘‘ ईश्वर के नाम पर जिसने हम सभी इनसानों को बराबर हक, कर्तव्य और सम्मान के साथ बनाया और भाई की तरह रहने का निर्देश दिया, मैं अपील करता हूं कि इस हिंसा को बंद किया जाए।''
अधिकार समूहों ने ICC से इजराइली हमले की जांच करने की मांग
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार समूह ने अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (ICC) से इजराइल द्वारा मीडिया संस्थानों की इमारत पर और अन्य हमले की जांच करने की मांग की है जिनमें आठ बच्चों सहित 10 लोगों की मौत हो गई थी। उन्होंने इसे युद्ध अपराध करार दिया है। एमनेस्टी इंटरनेशनल ने रविवार को कहा, ‘‘हम गाजा में मृतकों की बढ़ती संख्या को लेकर बहुत चिंतित है जहां सोमवार से अब तक 180 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।'' उल्लेखनीय है कि शनिवार को इजराइल ने गाजा पट्टी पर हवाई हमला किया था जिसमें शरणार्थी शिविर में रह रहे परिवार के 10 सदस्यों की मौत हो गई थी और एसोसिएटेड प्रेस, अल जजीरा और अन्य मीडिया संस्थानों के कार्यालय जिस बहुमंजिला इमारत में थे उसे जमींदोज कर दिया था। एमनेस्टी इंटरनेशनल ने ट्वीट किया कि अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत को अल शाती शरणार्थी शिविर पर हमले की जांच करनी चाहिए क्योंकि ‘‘नागरिकों पर सीधा हमला युद्ध अपराध है।'' समूह ने कहा कि मीडिया की इमारत पर हमले की भी युद्ध अपराध के तौर पर जांच की जानी चाहिए।