गलवान घाटी, गोग्रा और हॉट स्प्रिंग से वापस लौटे चीनी सैनिक, दोनों देशों में आज फिर होगी वार्ता

Friday, Jul 10, 2020 - 05:04 AM (IST)

नेशनल डेस्कः  पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर गोगरा और हॉट स्प्रिंग्स से चीनी सेना गुरुवार को पूरी तरह पीछे हट गई। इसके साथ ही पहले चरण में तय स्थानों से दोनों ओर की सेना पीछे हटाने की प्रक्रिया पूरी हो गई। अगले दौर में अन्य स्थानों से सेना को हटाने को लेकर शुक्रवार को दोनों पक्षों के बीच ऑनलाइन बातचीत होगी।

इस बीच, विदेश मंत्रालय ने दोहराया कि भारत ने गलवान घाटी में चीन के दावे को फिर खारिज कर दिया है। भारत अपनी अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। सूत्रों के मुताबिक दोनों देशों ने तीन किमी का बफर जोन बनाने की प्रक्रिया पूरी कर ली। इसके तहत तनातनी वाले गलवान घाटी, गोगरा और हॉट स्प्रिंग्स से दोनों सेनाएं हट गई हैं। चीन ने गुरुवार को पेट्रोलिंग पॉइंट 17 से भी सेना हटा ली हैं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि रविवार को एनएसए अजीत डोभाल और चीनी विदेश मंत्री के बीच फोन पर करीब दो घंटे चली बातचीत में भारत ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया था कि वह एलएसी में कोई बदलाव बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि चीनी विदेश मंत्री से बातचीत में एनएसए ने स्पष्ट कर दिया था कि गलवां घाटी के पास किसी तरह के निर्माण को लेकर भारत गंभीर है। हम यहां किसी तरह की हलचल बर्दाश्त नहीं करेंगे। श्रीवास्तव ने बताया, दोनों पक्ष बातचीत से तनाव घटाने और शांति कायम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। दोनों पक्ष इस बात पर भी सहमत हैं कि एलएसी का सम्मान होना चाहिए।

दूसरे चरण की प्रक्रिया तय करने को बैठक
एलएसी से सेना हटाने के अगले दौर की रूपरेखा तय करने के लिए शुक्रवार को ऑनलाइन बैठक होगी। इसमें भारतीय विदेश मंत्रालय में पूर्वी एशियाई मामलों के संयुक्त सचिव नवीन श्रीवास्तव चीनी विदेश मंत्रालय के महानिदेशक वू जियांघाओ से चर्चा करेंगे। अगले हफ्ते की शुरुआत में कमांडर स्तर की वार्ता भी हो सकती है।

अब पैंगोंग त्सो पर नजर
सूत्रों के मुताबिक दूसरे चरण में पैंगोंग त्सो पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। वहां फिंगर क्षेत्र 4 से कुछ चीनी सैनिक पीछे हटे हैं। भारत लगातार जोर देता रहा है कि चीन फिंगर 4 और 8 के बीच से अपनी पूरी सेना हटाए। इसे लेकर कमांडर स्तर की चौथे दौर की बातचीत अगले दो-तीन दिनों में होगी। अगले कुछ दिनों में दोनों सेनाएं एलएसी पर सैनिकों की वापसी की समीक्षा करेंगी। सेना के सूत्रों ने कहा है कि जब तक चीन का एक एक सैनिक सभी इलाकों से पीछे नहीं हट जाता भारतीय सेना कड़े रुख पर कायम रहेगी और दबाव बनाना बंद नहीं करेगी।
 

Pardeep

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