अब देश के हैल्थ सेक्टर की मुश्किलें भी दूर करेगा अमरीका

Wednesday, Sep 27, 2017 - 08:11 PM (IST)

नई दिल्लीः भारत और अमेरिका ने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर बल दिया है। ‘भारत-अमरीका स्वास्थ्य’वार्ता के अवसर पर दोनों देशों की ओर से यह प्रतिबद्धता व्यक्त की गई। यह वार्ता 26 से 27 सितंबर तक राजधानी में आयोजित की गयी थी। वार्ता में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण सचिव सीके मिश्रा और अमरीका के स्वास्थ्य विभाग के निदेशक गैरेट ग्रिस्बी के साथ ही दोनों देशों के स्वास्थ्य मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। 

मिश्रा ने कहा कि भारत और अमरीका के बीच स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग का लंबा इतिहास रहा है। वार्ता मंच के जरिए इसे एक संस्थागत रूप देकर दोनों देशों ने इस दिशा में अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। खासतौर से कैंसर,गैर संचारी रोगों, अनुसंधान और विकास कार्यों ,परंपरागत औषधियों ,खाद्य एवं सुरक्षा नियमों और जीवाणु रोधी औषधियों के क्षेत्र में दोनों देश सहयोग मजबूत करने की कोशिश में हैं।

वार्ता के दौरान अमरीका के स्वास्थ्य विभाग, खाद्य एवं औषधि प्रशासन, रोग नियंत्रण और बचाव केन्द्र,नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ तथा यूएसएड तथा भारत की ओर से स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग ,विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय और आयुष मंत्रालय के प्रतिनिधियों ने स्वास्थ्य सेवा के विभिन्न क्षेत्रों में परस्पर सहयोग बनाने के उपायों पर विस्तार से चर्चा की गयी।

इसके साथ ही संचारी और गैर संचारी रोगों,स्वास्थ्य प्रणाली,जैव चिकित्सा अनुसंधान,कम लागत के नवाचार,परंपरागत चिकित्सा पद्धति और खाद्य तथा औषधि नियमन जैसे क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर भी विचार- विमर्श किया गया। ग्रिस्बी ने कहा कि दोनों देश मिलकर काम करें तो वे वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा, कम शोध वाली बीमारियों और जरूरी औषधियों तक पहुंच की दिक्कत जैसी चुनौतियों से आसानी से निबट सकते हैं।   
 

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