भारत में अति धनाढ़्य व्यक्तियों की श्रेणी में सालाना 1,000 लोगों के जुडऩे की संभावना

Wednesday, Mar 01, 2017 - 06:23 PM (IST)

नई दिल्ली: भारत में दुनिया के कुल करोड़पति लोगों में 2 प्रतिशत और अरबपति में 5 प्रतिशत निवास करते हैं। इसमें आने वाले दशक में सालाना 1,000 नए अति-धनाढ्य व्यक्तियों के जुडऩे की संभावना है। एक रिपोर्ट में यह कही गई है।  नाइट फ्रैंट वेल्थ रिपोर्ट के अनुसार दुनिया में कुल 1.36 करोड़ करोड़पति हैं जिसमें 2 प्रतिशत भारत में रहते हैं। वहीं 2,024 अरबपतियों में 5 प्रतिशत भारत में निवास करते हैं। वैश्विक स्तर पर संपत्ति के बारे में परामर्श देने वाली कंपनी की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2015 और 2016 के बीच देश में अति धनाढ्य व्यक्तियों (यूएचएनडब्ल्यूआई) में 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई और इसमें अगले दशक में डेढ़ गुना (150 प्रतिशत) की वृद्धि की संभावना है। 

कंपनी 89 देशों के 125 शहरों में अति धनाढ्य व्यक्तियों की सख्यां में वृद्धि पर नजर रखती है।  पिछले दशक में देश में अति धनाढ्य व्यक्तियों की संख्या में 290 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।  इस साल के सर्वे के अनुसार, ‘‘अति धनाढ्य व्यक्तियों की सख्यां में पिछले वर्ष वृद्धि के मामले में भारत छठे स्थान पर है और अगले दशक में इसके तीसरे स्थान पर पहुंच जाने का अनुमान है।’’  यह सर्वे दुनिया में प्रमुख निजी बैंकरों और संपत्ति के बारे में परामर्श देने वाले करीब 900 लोगों की राय के आधार पर तैयार किया गया है।  


भारत में अति धनाढ्य आबादी के मामले में मुंबई 1,340 धनाढ्यों के साथ पहले स्थान पर है। उसके बाद क्रमश: दिल्ली (680), कोलकाता (280) और हैदराबाद (260) का स्थान है।  ‘सिटी वेल्थ इंडेक्स’ के मामले में मुंबई 21वें स्थान पर रहा और वह टोरोंटो, वाशिंगटन डीसी और मास्को से आगे है जबकि दिल्ली 35वें स्थान पर है।  ‘भविष्य संपत्ति’ के संदर्भ में दुनिया के 40 शहरों में मुंबई 11वें स्थान पर है और शिकागो, सिडनी, पेरिस, सोल और दुबई से आगे है।  

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