सावधान! युवाओं में बढ़ रहा हार्ट अटैक का खतरा, ऐसे करें बचाव

Monday, Jan 15, 2018 - 03:50 PM (IST)

चंडीगढ़ : हमारी बदलती आदतों और लाइफस्टाइल के कारण बहुत सी बीमारियां हमें समय से पहले ही होने लगी हैं। इनमें सबसे मुख्य है हार्ट अटैक। एक रिपोर्ट के मुताबिक, हमारे देश में हर साल करीबन 900 लोग हार्ट अटैक से मरते हैं जिनकी उम्र 30 साल से कम होती है। यह आंकड़ा समय के साथ बढ़ता ही जा रहा है। इंडियन हार्ट एसोसिएशन के आंकड़ों के मुताबिक 50 प्रतिशत होने वाले हार्ट अटैक 50 साल से कम आयु और 25 प्रतिशत हार्ट अटैक 40 साल से कम आयुवर्ग को हो रहे हैं।  

पीजीआई के हृदयरोग विशेषज्ञ प्रो.राजेश विजयवर्गीय के अनुसार धूम्रपान, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मोटापा और तनाव आदि ऐसे कारक है जिनपर नियंत्रण पाकर हृदयरोगों के जोखिम को कम किया जा सकता है। 20 साल की आयु से ही नियमित तौर पर ट्रिममिल टेस्ट (टीएमटी) और तनाव संबधित टेस्ट करवाए जाने चाहिए।

दिल की बीमारी के लक्षण :
प्रो. राजेश विजयवर्गीय ने दिल के दौरे की चेतावनी के संकेतों के बारे में बताया। सीने के बीच में भारीपन, निचोड़ने और दर्द होना दिल के दौरे के खतरे के सूचक हैं। शरीर के ऊपरी हिस्सों में हाथ, पीठ, गर्दन के दर्द, छाती में असुविधा के साथ सांस की तेजी में कमी आदि लक्षण होते हैं।

ऐसे बच सकते हैं ह्रदय रोग से :
स्वस्थ व्यस्कों के लिए नियमित तौर पर 30-45 मिनट का व्यायाम आवश्यक है। इसके साथ साथ ही साइिकल चलाना, सीढ़ियां चढ़ने और जोगिंग करने में सांस फूलना व दर्द होना, दिल की धमनियों में रुकावट का संकेत देते हैं।

दैनिक आहार में करें बदलाव : 
प्रो.विजयवर्गीय ने बताया कि दैनिक आहार में 200 ग्राम सब्जी और 200 ग्राम फलों का इस्तेमाल करें। नमक का सेवन 5 ग्राम से अधिक न करें। रेड मांस, डेयरी के उत्पाद, नारियल व पाम तेल, उच्च वसायुक्त भोजन, जंक फूड और तली हुई चीजों का इस्तेमाल न करें। शराब, तंबाकू और धूम्रपान न करें। 
 

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