इलेक्शन डायरी: 1961 में ऑप्रेशन विजय चलाकर भारत में शामिल किया गया गोवा

Thursday, Apr 18, 2019 - 10:40 AM (IST)

इलेक्शन डेस्क(नरेश कुमार): देश की आजादी के बाद वैसे तो देश मौजूदा स्वरूप के लिए कई बड़े फैसले लिए गए लेकिन इन फैसलों में एक बड़ा फैसला गोवा को भारत में शामिल करने का था। हालांकि देश 1947 में आजाद हो गया था लेकिन गोवा 1961 तक पुर्तगाली शासन के अधीन रहा। 1961 में जवाहर लाल नेहरू की सरकार ने ऑप्रेशन विजय चलाकर गोवा को भारत में शामिल किया। 

इस ऑप्रेशन दौरान 36 घंटे तक भारतीय वायुसेना, थलसेना और नौसेना ने गोवा पर कार्रवाई की और गोवा के सैनिकों को झुकने पर मजबूर कर दिया। इससे पहले भारत के राजिन्द्र प्रसाद, जवाहर लाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस जैसे नेता गोवा के लोगों की आजादी के लिए उनके सम्पर्क में थे। 1950 में भारत ने गोवा के साथ विलय की बातचीत की तो लिस्बन में बैठे पुर्तगालियों ने भारत की पेशकश को ठुकरा दिया। 

इसके जवाब में भारत ने लिस्बन से 1953 में अपने राजनयिक संबंध तोड़ लिए। 15 अगस्त, 1955 को भारत के 5000 लोग गोवा में घुस गए और भारतीयों का गोवा की सेना के साथ टकराव हुआ और 30 के करीब लोगों की मौत हो गई। इसके बाद भारत ने गोवा में अपने राजदूत का कार्यालय बंद कर दिया। 

24 नवम्बर, 1961 को भारत के एक समुद्री जहाज पर हमला कर दिया गया जिसमें जहाज के चालक को चोटें आईं और कई यात्रियों की मौत हो गई। इसके बाद प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने सैन्य कार्रवाई के आदेश दिए और इस सैन्य कार्रवाई के बाद गोवा भारत का हिस्सा बना। 
 

Pardeep

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