कश्मीर मुद्दे पर इमरान ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय पर साधा निशाना, RSS पर भी निकाली भड़ास

Saturday, Jan 18, 2020 - 10:46 AM (IST)

इस्लामाबादः पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर निशाना साधते हुए कहा कि कश्मीर मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा, वाणिज्यिक हित पश्चिमी देशों के लिए अधिक महत्वपूर्ण हैं और इसी कारण कश्मीर मुद्दे पर ‘ढीली प्रतिक्रिया’ देखने को मिली। इमरान ने एक इंटरव्यू में कहा, भारत एक बड़ा बाजार है और यही कारण है कि कश्मीर के 80 लाख लोगों के साथ भारत के अल्पसंख्यकों को लेकर पश्चिमी देशों की प्रतिक्रिया बेहद ढीली है। दुर्भाग्य से इन देशों के लिए वाणिज्यिक हित अधिक महत्वपूर्ण हैं। निराशाजनक यह भी है कि मीडिया का ध्यान हांगकांग के विरोध प्रदर्शन पर ही टिका है जबकि कश्मीर का मुद्दा इससे बड़ा है।

RSS पर भी निकाली भड़ास
भारत विरोधी बयानबाजी जारी रखते हुए इमरान ने आरएसएस पर फिर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा, नई दिल्ली ने इस्लामाबाद के शांति प्रस्तावों का जवाब नहीं दिया क्योंकि वे RSS की विचारधारा पर चल रहे हैं। अनुच्छेद 370 पर पूछे गए सवाल पर इमरान बोले, भारत एक चरमपंथी विचारधारा धारण किए हुए है, जिसे हिंदुत्व के रूप में जाना जाता है। मैं दुनिया का पहला नेता था जिसने भारत में हो रही इन घटनाओं के बारे में चेतावनी दी थी।

SCO बैठक के लिए पाक ने दिया ये संकेत
भारत द्वारा 19वें शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के लिए पाकिस्तान समेत सभी सदस्य देशों को आमंत्रित करने के संदर्भ में पाक ने कहा है कि उनका देश इस आधिकारिक निमंत्रण की प्रतीक्षा कर रहा है। पाक ने संकेत दिया कि प्रधानमंत्री इमरान खान की पड़ोसी देश की यात्रा उस वक्त दोनों देशों के रिश्तों पर निर्भर करेगी। सूत्रों ने कहा कि इस्लामाबाद एससीओ तंत्र के लिए प्रतिबद्ध है। जब भी निमंत्रण मिलेगा, उस वक्त कश्मीर की स्थिति और भारत के साथ हमारे द्विपक्षीय रिश्तों को देखते हुए इस पर विचार करेंगे।


कश्मीर के हल बिना शांति प्रक्रिया नामुमकिन: कुरैशी
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कश्मीर मसले के चीन द्वारा उठाने पर नाकाम रहने के बावजूद पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि वह कश्मीर मामले के हल के हिना भारत के साथ शांति प्रक्रिया के लिए तैयार नहीं हैं। यही नहीं कुरैशी ने कश्मीर मुद्दे के हल के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से मध्यस्थता की अपील भी की। पाक विदेश मंत्री अमेरिका में सेंटर फॉर स्ट्रेटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज (सीएसआईएस) के थिंकटैंक को संबोधित कर रहे थे। कुरैशी ने कहा कि हमारी सरकार पड़ोस में शांति चाहती है। हम चाहते हैं कि हमारे आर्थिक सुधार और विकास के लिए हम अपने घरेलू एजेंडे को हासिल करने पर ध्यान दें, लेकिन इसके लिए शांति की जरूरी है।

Tanuja

Advertising