वडोदरा में बाढ़ की स्थिति में सुधार,बारिश से  फिर बढ़ी चिंता

Friday, Aug 02, 2019 - 09:07 PM (IST)

वडोदरा: गुजरात के वडोदरा शहर तथा आसपास मे हुई भारी वर्षा के कारण आई बाढ़ की स्थिति में शुक्रवार को सुधार हुआ पर दोपहर बाद एक बार फिर तेज बारिश होने से चिंता बढ़ गई है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी अपने गृहनगर राजकोट का दौरा बीच में छोड़ कर आज शाम यहां पहुंच गए। उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल भी वडोदरा पहुंच गए। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के क्रम में पत्रकारों से बातचीत में रूपाणी ने कहा कि आज दोपहर हुई वर्षा से चिंता बढ़ी है पर अगर और वर्षा नहीं हुई तो कल से स्थिति लगभग सामान्य हो जाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी स्थिति पर नजर रखी है और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। शहर के बीचो बीच बहने वाली विश्वामित्री नदी और आजवा डैम में जलस्तर घटने से राहत मिली है। लगभग पूरे शहर में बिजली लगभग सुचारू हो गई है। अब पेयजल आपूर्ति तथा साफ सफाई पर जोर दिया जा रहा है। 


इससे पहले मुख्य सचिव जे एन सिंह ने कहा था कि लगभग नौ हजार लोगोें के बचाव और स्थानांतरण के साथ ही बचाव कार्य लगभग पूरा हो गया है। शहर में अब भी एनडीआरएफ की 11 और एसडीआरएफ की 6 टीमे मौजूद हैं। अंतिम चरण की गर्भवती 840 महिलाओं को भी बाढ़ प्रभावित इलाकों से शहर के विभिन्न अस्पतालों में पहुंचाया गया। उधर शहर कई इलाकों से आज पानी उतर गया है हालांकि अब भी कई निचले इलाके जलमग्न हैं। 


एनडीआरएफ की टीम ने आज सुबह भी शहर के एक निजी अस्पताल तथा अन्य जलमग्न इलाकों से लोगों को निकाल कर बचाव कार्य किया। गुरुवार से शुक्रवार सुबह तक वर्षा नहीं होने से भी राहत कार्य में बाधा नहीं पहुंची थी पर शुक्रवार दोपहर बाद दो बजे से शाम छह बजे तक 34 मिलीमीटर वर्षा होने से चिंता बढ़ गई है। मौसम विभाग ने वडोदरा में शुक्रवार देर रात और शनिवार भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि लगभग सभी इलाकों में बिजली की आपूर्ति बहाल हो गई है और पीने के पानी की भी व्यवस्था की जाएगी।

वर्षा के दौरान दीवार गिरने से मरे चार लोगों समेत पांच मृतकों के परिजनों को एक एक लाख रुपए की सहायता दी जाएगी। सरकार नियमानुरूप स्थानांतरित प्रत्येक व्यस्क को प्रतिदिन 60 रुपए और बच्चों को 45 रुपए के दर से कैश डोल भी वितरित करेगी इसके अलावा घरेलू सामान की खरीद के लिए पैसे दिए जाएंगे। साथ ही अन्य प्रकार के नुकसान के लिए भी जरूरत पड़ने पर नियमानुरूप सहायता दी जाएगी।


इससे पहले राजकोट में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा था कि शहर के बीचोबीच बहने वाली विश्वामित्री नदी तथा आजवा डैम का जलस्तर घटने से शहर के कई हिस्सो से पानी उतरा है। वडोदरा शहर में 31 जुलाई को एक ही दिन में 499 मिलीमीटर वर्षा हुई जो उसके सालाना औसत वर्षा का 50 प्रतिशत से भी अधिक है। शहर के कई हिस्से में अब भी कई फुट पानी भरा हुआ है। प्रशासन ने राहत काम के लिए सेना की दो टुकडियां, एनडीआरएफ की पांच और एसडीआरएफ की चार टीमों के अलावा राज्य रिजर्व पुलिस की दो कंपनियों तथा वडोदरा और सूरत के अग्निशमन विभागों के कर्मियों और स्थानीय पुलिस को लगाया था। वायु सेना भी इस काम में सहयोग कर रही है।
 

shukdev

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