लद्दाख क्षेत्र में सौर, भू-तापीय ऊर्जा एवं हरित हाइड्रोजन की अपार संभावनाएंः उप राज्यपाल

Saturday, Oct 08, 2022 - 04:07 PM (IST)

नयी दिल्ली : लद्दाख के उप राज्यपाल आर के माथुर ने कहा है कि इस केंद्रशासित क्षेत्र में सौर ऊर्जा, भू-तापीय ऊर्जा और हरित हाइड्रोजन की अपार संभावनाएं मौजूद हैं जिनका दोहन किए जाने की जरूरत है।

माथुर ने शुक्रवार को लेह में 'अग्नि तत्व अभियान' पर आयोजित पहली संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि लद्दाख क्षेत्र में मौजूद व्यापक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमताओं के समुचित दोहन की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा करने में कामयाबी मिलती है तो लद्दाख के दूरदराज के इलाकों में भी बिजली पहुंचाई जा सकती है।

उप राज्यपाल ने कहा कि समूचे लद्दाख में विकेंद्रित नवीकरणीय सौर ऊर्जा मुहैया कराने पर ध्यान दिया जा रहा है ताकि बिडली ग्रिड पर निर्भरता को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि यह अभियान लद्दाख को कार्बन तटस्थ बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प के अनुरूप ही है।

उन्होंने कहा कि भू-तापीय ऊर्जा भी लद्दाख के नजरिये से एक अहम क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि भू-तापीय ऊर्जा पूरे साल और पूरे दिन उपलब्ध रहती है और इसका दोहन इस पहलू को ध्यान में रखते हुए किया जाना चाहिए।

इसके साथ ही उन्होंने हरित हाइड्रोजन को भी लद्दाख क्षेत्र के लिए एक ऊर्जा विकल्प बताते हुए कहा कि पानी से निकाले जाने वाले हाइड्रोजन का इस्तेमाल पेट्रोल एवं डीजल की जगह पर किया जा सकता है जबकि ऑक्सीजन का इस्तेमाल अस्पतालों और पर्यटकों को मदद देने में हो सकता है।

लद्दाख शासन की तरफ से जारी एक बयान के मुताबिक 'संवहनीयता एवं संस्कृति' विषय पर आयोजित इस संगोष्ठी में केंद्रशासित प्रदेश की ऊर्जा संभावनाओं पर व्यापक चर्चा की गई। इसमें ऊर्जा, संस्कृति और संवहनीयता के क्षेत्रों में सक्रिय अहम हितधारकों ने शिरकत की।

केंद्रीय बिजली मंत्री आर के सिंह ने गत २१ सितंबर को अग्नि तत्व अभियान की शुरुआत की थी। इस अभियान के तहत नवीकरणीय ऊर्जा संभावनाओं के बारे में देश भर में विचार गोष्ठियां एवं सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।
 

Monika Jamwal

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