Cyclone Fengal Alert: चक्रवाती तूफान का खतरा, तेज हवाओं के साथ भारी बारिश का अलर्ट
punjabkesari.in Thursday, Nov 28, 2024 - 08:16 AM (IST)
नेशनल डेस्क: बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान "फेंगल" के हालात बन गए हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इसको लेकर अलर्ट जारी किया है। तूफान का असर तमिलनाडु के कई हिस्सों में देखा जा रहा है, जहां रेड अलर्ट घोषित कर दिया गया है। यह तूफान उत्तर-उत्तर पश्चिम की दिशा में 3 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। एहतियातन, तमिलनाडु और पुडुचेरी के कई इलाकों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
28 नवंबर को तूफान का असर
मौसम विभाग ने 28 और 29 नवंबर को भारी बारिश और तेज हवाओं की चेतावनी जारी की है। फेंगल तूफान के श्रीलंका के तट को पार करते हुए तमिलनाडु के तटीय क्षेत्रों पर पहुंचने की संभावना है। प्रभावित इलाकों में चेन्नई, कांचीपुरम, तिरुवल्लूर और चेंगलपट्टू शामिल हैं। इन इलाकों में मूसलाधार बारिश और तेज हवाएं देखने को मिल सकती हैं।
स्कूल बंद और सतर्कता के निर्देश
तूफान के मद्देनजर चेन्नई, कांचीपुरम, चेंगलपट्टू, पुदुकोट्टई, शिवगंगा और अरियालुर जिलों में आज सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रखने का आदेश दिया गया है। राज्य सरकार ने लोगों से सतर्क रहने और बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलने की अपील की है।
#WATCH | Tamil Nadu | Deep depression prevailing over the Bay of Bengal causes strong winds at Marina Beach
— ANI (@ANI) November 27, 2024
As per IMD, the deep depression is very likely to continue to move north-northwestwards and intensify further into a cyclonic storm. pic.twitter.com/fF6qxHfNKO
तटीय इलाकों में नुकसान का खतरा
तूफान के चलते तमिलनाडु के कई तटीय इलाकों में तेज हवाएं और ऊंची लहरें उठ रही हैं। बीते दो दिनों से हो रही भारी बारिश ने इन क्षेत्रों को जलमग्न कर दिया है। वहीं, पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में भी तेज बारिश और हवाओं का असर दिख रहा है।
तूफान का व्यापक असर
"फेंगल" तूफान के चलते न सिर्फ तटीय इलाकों बल्कि देश के अन्य हिस्सों में भी प्रभाव पड़ेगा। बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में तापमान में तेजी से गिरावट आ सकती है, जिससे सर्दी का असर और बढ़ जाएगा।
सावधानी बरतें
मौसम विभाग ने निवासियों से अपील की है कि जितना संभव हो घर के अंदर ही रहें और सुरक्षित जगहों पर शरण लें। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। स्थिति पर नजर रखने और ताजा जानकारी के लिए IMD की वेबसाइट और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।