IMC 2025 में बोले ज्योतिरादित्य सिंधिया, ''6G की रेस में भारत करेगा दुनिया का नेतृत्व''
punjabkesari.in Wednesday, Oct 08, 2025 - 04:33 PM (IST)

नेशनल डेस्क : इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) 2025 के उद्घाटन सत्र में केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भारत को वैश्विक तकनीकी नेतृत्व की नई ऊंचाइयों पर ले जाने का विजन पेश किया। उन्होंने कहा कि भारत अब केवल तकनीक का उपभोक्ता नहीं रह गया है, बल्कि ग्लोबल स्तर पर मानक तय करने वाला इनोवेटर बन चुका है। इंटरनेशनल भारत 6G सिम्पोजियम को संबोधित करते हुए सिंधिया ने दावा किया कि 6G तकनीक भारत को विश्व पटल पर नेतृत्व दिलाएगी और 2035 तक देश की जीडीपी में 1.2 ट्रिलियन डॉलर का इजाफा कर सकती है।
यह आयोजन 8 से 11 अक्टूबर तक यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में हो रहा है, जिसमें 1.5 लाख से अधिक प्रतिभागी 150 से ज्यादा देशों से शिरकत कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उद्घाटन किया, जो एशिया का सबसे बड़ा तकनीकी मंच है।
6G: भारत का भविष्य, हर क्षेत्र में क्रांति
सिंधिया ने 6G को भारत के डिजिटल भविष्य का आधार स्तंभ बताया। उन्होंने कहा कि यह तकनीक कृषि, स्मार्ट सिटी, स्वास्थ्य सेवा, आपदा प्रबंधन और अन्य क्षेत्रों को पूरी तरह बदल देगी। "अब समय आ गया है जब दुनिया कहेगी कि वैश्विक तकनीक भारत पर निर्भर है," उन्होंने जोर देकर कहा। भारत 6G एलायंस के माध्यम से अगले कुछ वर्षों में 6G पेटेंट्स में वैश्विक हिस्सेदारी हासिल करने की योजना पर काम कर रहा है, जो 2022 में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लॉन्च किया गया था।
मंत्री ने उल्लेख किया कि IMC 2025 में 1,600 से अधिक यूज केसेज प्रदर्शित किए जा रहे हैं, जो 5G, 6G, AI, IoT, साइबर सिक्योरिटी और सैटेलाइट कम्युनिकेशन पर केंद्रित हैं। छह वैश्विक समिट्स 6G, AI, सैटकॉम, साइबर सिक्योरिटी, स्टार्टअप्स और इनोवेशन—इस आयोजन को वैश्विक मंच बना रहे हैं।
सैटकॉम: कनेक्टिविटी की नई ऊंचाई
सिंधिया ने सैटेलाइट कम्युनिकेशन (Satcom) को भारत की डिजिटल रणनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा बताया। वर्तमान में 4 अरब डॉलर के इस क्षेत्र को 2033 तक 15 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि Satcom तकनीक जमीन, समुद्र और अंतरिक्ष तक निर्बाध कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगी, जिससे वैश्विक जुड़ाव का नया दौर शुरू होगा। सरकार ने पहले ही तीन Satcom लाइसेंस जारी किए हैं, और IMC 2025 के Satcom समिट में इस पर गहन चर्चा होगी।
PLI योजना: सर्विस नेशन से प्रोडक्ट नेशन की ओर
उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (PLI) योजना का जिक्र करते हुए सिंधिया ने कहा कि इससे अब तक 91,000 करोड़ रुपये का उत्पादन, 18,000 करोड़ रुपये का निर्यात और 30,000 नई नौकरियां सृजित हुई हैं। यह भारत को 'सर्विस नेशन' से 'प्रोडक्ट नेशन' में बदलने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रही है। उन्होंने जोर दिया कि भविष्य इनोवेशन, डिजाइन और निर्यात-उन्मुख मैन्युफैक्चरिंग में छिपा है।
भारत में दुनिया की सबसे बड़ी स्किल्ड फोर्स
सिंधिया ने कहा कि इस डिजिटल परिवर्तन की जड़ भारत की युवा जनता है। आने वाले समय में भारत दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल स्किल्ड वर्कफोर्स बनेगा। सरकार का मानना है कि 6G, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और स्पेस-आधारित नेटवर्क जैसे क्षेत्रों में विशेषज्ञता भारत को लंबे समय तक तकनीकी बढ़त दिलाएगी। IMC Aspire प्रोग्राम के तहत 500 स्टार्टअप्स को 300 वेंचर कैपिटलिस्ट्स और निवेशकों से जोड़ा जा रहा है, जो इनोवेशन को बूस्ट देगा।
वैश्विक नेतृत्व की ओर भारत
IMC 2025 को संबोधित करते हुए सिंधिया ने भारत के टेलीकॉम क्रांति को रेखांकित किया, जहां पिछले 11 वर्षों में मोबाइल डेटा की लागत 98% घटी है—2014 में 287 रुपये प्रति जीबी से घटकर अब 9.11 रुपये हो गई है। उन्होंने कहा कि भारत अब 5G से आगे 6G की दौड़ में अग्रणी है, और वैश्विक मानक तय करने की क्षमता रखता है। यह आयोजन न केवल तकनीकी चर्चा का मंच है, बल्कि किसानों, एमएसएमई और स्कूली बच्चों जैसी कम्युनिटीज को कनेक्ट करने का माध्यम भी बनेगा।