देश के लिए इस शख्स के त्याग काे भी करेंगे सलाम!(Watch Pics)

Thursday, May 05, 2016 - 06:21 PM (IST)

नई दिल्ली: लंदन में बड़े आराम से जिंदगी काट रहे शुवजित ने जब अचानक भारत लाैटने का फैसला लिया, ताे परिवार भी उनके इस निर्णय पर अनमना सा रहा। प्रेसिडेंसी कॉलेज से इकोनॉमिक्स में स्नातक और आईआईएम लखनऊ से एमबीए करने के बाद आईबीएम लंदन में जॉब कर शुवजित तनख्वाह की सैलरी भी अच्छी थी।

SBI की फेलोशिप के सहारे लौटे भारत
लेकिन SBI द्वारा ऑफर की जा रही Youth For India फेलोशिप प्रोग्राम ने उन्हें बेहद अाकर्षित किया और वे इससे जुड़ गए। अपने कुछ सामान और लैपटॉप के साथ वे  महाराष्ट्र अा पहुंचे। यहां वे लंबे समय तक बिना किसी इंटरनेट और विशेष सुविधा के रहे। पहले ताे उन्हें ग्रामीण लोगों से बात करने में भी असहज महसूस हाेता था, लेकिन धीरे-धीरे सब-कुछ सामान्य हो गया। वे अब वहां बच्चों को पढ़ाने का काम कर रहे हैं।

अंग्रेजी से की शुरुआत, आज हैं प्रोग्राम डायरेक्टर
सबसे पहले उन्होंने बच्चों को अंग्रेजी पढ़ाने की शुरुआत की। उनका मानना है कि अंग्रेजी आज के दौर में पूरी दुनिया में खुद को प्रेजेंट करने के लिए बेहद जरूरी भाषा है। आज उनके द्वारा पढ़ाए गए बच्चे सॉप्टवेयर डेवलपर और एनिमेटर के साथ-साथ अलग-अलग विधाओं में भी अच्छा कर रहे हैं। उनके फेलोशिप के खत्म होने के बाद वे रिलायंस फाउंडेशन द्वारा ग्रामीण लोगों के जद्दोजहद और जीविका में सुधार हेतु चलाए जा रहे प्रोग्राम्स के मैनेजिंग डायरेक्टर के तौर पर काम करते रहे। वे आज Youth For India प्रोग्राम के मैनेजर के तौर पर काम कर रहे हैं, और बहुत से लाेगाें के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं।

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