SIP में हर महीने जमा करें ₹3000 तो 10 साल में कितना मिलेगा रिटर्न
punjabkesari.in Wednesday, Mar 19, 2025 - 05:16 PM (IST)

नेशनल डेस्क: आजकल म्यूचुअल फंड्स में निवेश का एक बेहतरीन तरीका बन चुका है एसआईपी (Systematic Investment Plan)। एसआईपी में आप हर महीने एक छोटी सी राशि को निवेश करते हैं, जो समय के साथ बढ़ती जाती है और आपके निवेश पर अच्छा रिटर्न मिलता है। अगर आप भी म्यूचुअल फंड्स में निवेश करना चाहते हैं, तो एसआईपी एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है।
क्या है SIP और कैसे काम करता है?
SIP का मतलब है ‘Systematic Investment Plan’ यानी नियमित निवेश योजना। इसमें आप हर महीने एक तय राशि म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं। एसआईपी का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप छोटी-छोटी राशियों से भी निवेश शुरू कर सकते हैं, जो समय के साथ बड़ा रूप ले सकती है। इस प्रक्रिया में आपको बार-बार निवेश करने की जरूरत नहीं होती, बल्कि हर महीने एक निर्धारित राशि खुद-ब-खुद आपके बैंक अकाउंट से कटकर म्यूचुअल फंड में चली जाती है।
क्या होगा अगर आप SIP में ₹3000 हर महीने निवेश करें?
अब यदि आप हर महीने ₹3000 का निवेश करते हैं, तो 10 साल बाद आपका निवेश किस तरह बढ़ेगा? उदाहरण के लिए, यदि आप एक म्यूचुअल फंड में SIP के माध्यम से निवेश करते हैं और इसमें औसतन 12% का वार्षिक रिटर्न मिलता है, तो 10 साल में आपका कुल निवेश ₹3,60,000 हो जाएगा। वहीं, इस निवेश पर मिलने वाला रिटर्न ₹3,37,017 के आसपास होगा। यानी 10 साल बाद आपको ₹6,97,017 मिलेंगे। इसमें से ₹3,60,000 तो आपकी मूल निवेश राशि होगी, जबकि ₹3,37,017 रिटर्न के रूप में मिलेंगे।
SIP के फायदे
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नियमित निवेश से बड़ा फायदा: एसआईपी में निवेश करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप छोटे-छोटे निवेश से शुरू कर सकते हैं और समय के साथ बड़ा पैसा बना सकते हैं। यह तरीका वित्तीय दबाव को कम करता है क्योंकि आपको एक साथ बड़ी राशि का निवेश करने की आवश्यकता नहीं होती।
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बाजार का उतार-चढ़ाव: एसआईपी में निवेश करते समय आपको बाजार के उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन लंबी अवधि में यह रिटर्न को संतुलित कर देता है और बेहतर बना देता है। इसका मतलब है कि अगर बाजार गिरता भी है, तो एसआईपी आपके निवेश को समय के साथ सही दिशा में बढ़ने में मदद करता है।
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सुविधाजनक और आसान: एसआईपी की सबसे अच्छी बात यह है कि आप इसे अपनी सुविधानुसार सेट कर सकते हैं और हर महीने एक तय राशि अपने खाते से कटवाकर म्यूचुअल फंड में डाल सकते हैं। यह प्रक्रिया पूरी तरह से ऑटोमेटेड होती है, जिससे आपको बार-बार सोचने की जरूरत नहीं होती।
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लंबे समय में बेहतर रिटर्न: एसआईपी में निवेश करने पर आपको समय के साथ अच्छा रिटर्न मिलता है। म्यूचुअल फंड्स के रिटर्न समय के साथ बेहतर होते हैं, खासकर जब आप लंबे समय तक निवेश करते हैं।
अगर आप म्यूचुअल फंड्स में निवेश करते हैं तो 10 साल का समय बहुत अहम होता है। लंबे समय तक निवेश करने से आपके पैसे पर अच्छा रिटर्न मिल सकता है। इसकी वजह यह है कि म्यूचुअल फंड्स के रिटर्न समय के साथ स्थिर होते हुए भी बढ़ते जाते हैं। साथ ही, एसआईपी में निवेश करते समय आपको मार्केट के उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ता है, लेकिन लंबे समय में ये उतार-चढ़ाव आपका रिटर्न स्थिर कर देते हैं। 10 साल का समय एक अच्छा अवसर प्रदान करता है, जिससे आपके निवेश पर रिटर्न और भी बेहतर हो सकता है।
SIP से निवेश करते समय ध्यान रखें ये बातें:
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म्यूचुअल फंड का चयन: सही म्यूचुअल फंड का चयन करना बहुत जरूरी है। अच्छे प्रदर्शन वाले फंड्स को चुनने से आपको बेहतर रिटर्न मिल सकता है।
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निवेश की राशि: हमेशा अपनी क्षमता के अनुसार निवेश करें। SIP में आप कम से कम ₹500 से भी निवेश शुरू कर सकते हैं।
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लंबी अवधि के लिए निवेश: एसआईपी में आपको लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहिए, ताकि आप बाजार के उतार-चढ़ाव से बच सकें और अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सकें।
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नियमित निवेश और अनुशासन: एसआईपी का लाभ तभी मिलेगा जब आप नियमित रूप से निवेश करेंगे। जितना अधिक समय आप निवेश करते हैं, उतना अधिक रिटर्न मिल सकता है।