कहीं जा रही नौकरी तो कहीं कट रही सैलरी...लोग बोले-वैक्सीन है नहीं तो कहां से लगवाएं कोरोना टीका

Wednesday, Jun 02, 2021 - 04:15 PM (IST)

नेशनल डेस्क: देश में कोरोना वैक्सीन की किल्लत बनी हुई है। जिन लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगी थी उनको अभी तक दूसरी नहीं मिल पा रही है और ऊपर से 18 साल से ऊपर वालों को भी टीका लगाने का ऐलान किया गया है। हालांकि वैक्सीन नहीं होने पर देश के कई लोग टीका लगवाने के इंतजार में है। दूसरी तरफ से कई कंपनियों ने फरमान जारी कर दिया है कि अगर उनके कर्मचारी वैक्सीन नहीं लगवाएंगे तो या तो उनको नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा या फिर उनकी सैलरी कटेगी। इतना ही नहीं पत्रकारों को फ्रंट लाइन वर्कर्स कहा जा रहा है लेकिन उनको भी वैक्सीन की सुविधा नहीं मिल रही है। जिन्होंने वैक्सीन की पहली डोज के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है उनको भी अभी इंतजार करने के लिए कहा जा रहा है रहा है। ऐसे में लोग कह रहे हैं कि वैक्सीन है नहीं तो कोरोना टीका कहां से लगवाएं।

 

बता दें कि उत्तर प्रदेश में वैक्सीन नहीं लगवाने वाले सरकारी कर्मचारियों के लिए फरमान जारी हुआ है कि अगर वे टीका नहीं लगवाएंगे तो उनकी एक महीने की सैलरी रोक दी जाएगी। दरअसल जहां कई राज्यों में वैक्सीन की किल्लत हैं वहीं कई राज्यों में टीके को लेकर भ्रम बना हुआ है। वैक्सीन को लेकर लोग अफवाहों से डरे हुए हैं। पढ़े-लिखे लोग भी दवा को लेकर भ्रम में हैं। ऐसे में फिरोजाबाद जिले में प्रशासन ने टीकाकरण नहीं कराने वाले सरकारी कर्मचारियों का मई महीने का वेतन रोकने के आदेश दिए हैं। इस फरमान से कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है। अब कर्मचारी आनन-फानन में वैक्सीन लगवाने के लिए भाग-दौड़ कर रहे हैं।

 

मुख्य विकास अधिकारी चर्चित गौर ने बुधवार को बताया कि जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने पिछले दिनों 'वैक्सीनेशन नहीं तो वेतन नहीं' का मौखिक आदेश दिया है। वहीं पंजाब की बात करें तो यहां पर वैक्सीन की किल्लत बताई रही है। पंजाब में युवा अभी अपनी पहली डोज के लिए इंतजार कर रहे हैं। कई कंपनियां अपने कर्मचारियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देेते हुए कार्यस्थल पर ही वैक्सीन का इंतजाम कर रही हैं। मुंबई में भी फिल्म निर्माता संगठन ने कर्मचारियों के लिए वैक्सीन कैंप लगाने का फैसला किया है। 
 

Seema Sharma

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