''आई लव मोहम्मद'' विवाद से भड़की आग, मौलाना तौकीर रजा समेत 39 गिरफ्तार; बरेली बवाल के बाद CM योगी ने दिया करारा जवाब

punjabkesari.in Sunday, Sep 28, 2025 - 08:33 AM (IST)

Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली में बीते शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद शुरू हुआ बवाल पूरे प्रदेश को हिला गया। 'आई लव मोहम्मद' पोस्टर विवाद ने देखते ही देखते हिंसक रूप ले लिया। मस्जिद के बाहर लगे पोस्टर को लेकर शुरू हुई बहस अचानक पत्थरबाजी, नारेबाजी और तोड़फोड़ में बदल गई। खलील तिराहा से इस्लामिया मैदान तक का इलाका जंग का मैदान बन गया। भीड़ ने सड़क पर कब्जा कर लिया और पुलिस से सीधी भिड़ंत हो गई।

पुलिस की सख्त कार्रवाई: मौलाना तौकीर रजा समेत 39 गिरफ्तार
पुलिस ने इस हिंसा को गंभीरता से लेते हुए मौलाना तौकीर रजा खान समेत 39 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार होने वालों में कई चर्चित नाम शामिल हैं – जैसे सरफराज, मनीफुद्दीन, अजीम अहमद, मोहम्मद शरीफ, मोहम्मद आमिर, रेहान और मोहम्मद सरफराज। पुलिस ने अब तक 180 लोगों को नामजद किया है और करीब 2500 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इन पर दंगा भड़काने, धार्मिक भावनाएं भड़काने, तोड़फोड़ और पथराव जैसे गंभीर आरोप लगे हैं।

कानून पहले से लागू था, फिर भी हुई हिंसा
बरेली के जिलाधिकारी अविनाश सिंह और एसएसपी अनुराग आर्य ने कहा कि यह हिंसा पूरी तरह से सुनियोजित साजिश थी। उन्होंने बताया कि शहर में पहले से ही भारतीय न्याय संहिता की धारा 163 (पुरानी धारा 144) लागू थी, जो किसी भी अवैध सभा या प्रदर्शन को रोकती है, लेकिन इसके बावजूद हिंसा फैली। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए बरेली में 48 घंटे के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे WhatsApp, Facebook, YouTube पर फॉरवर्डिंग और मैसेज शेयरिंग पर रोक लगा दी गई।

कौन हैं मौलाना तौकीर रजा खान?
मौलाना तौकीर रजा बरेली के सुन्नी बरेलवी संप्रदाय के संस्थापक अहमद रजा खान के वंशज हैं। 2001 में "इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल" बनाई और राजनीति में कदम रखा। 2009 में कांग्रेस और 2012 में सपा से जुड़े। 2013 मुजफ्फरनगर दंगों के बाद सपा से दूरी और 2014 में बसपा के साथ देखे गए।

तौकीर रजा खान का विवादों से है पुराना नाता
- 2010 में बरेली दंगों में भीड़ को भड़काने का आरोप
- 2019-20 CAA-NRC विरोध में भी रहे सक्रिय
- तस्लीमा नसरीन के खिलाफ फतवा देकर भी चर्चा में रहे
- देवबंदी विचारधारा पर भेदभाव का आरोप लगाकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से अलग हो गए
- वहीं गिरफ्तारी से पहले मौलाना ने एक वीडियो संदेश में कहा था कि अगर मुझे गोली मार दी जाए तो मुझे खुशी होगी।

योगी आदित्यनाथ का सख्त बयान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिंसा पर नाराजगी जताते हुए कहा कि त्योहारों के वक्त उपद्रव करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। कल एक मौलाना भूल गए कि सत्ता में कौन है। सीएम योगी ने उपद्रवियों को हिंदू धर्मग्रंथों में वर्णित 'चुंड-मुंड' की उपमा दी और कहा कि देवी भगवती ऐसे दानवों का अंत करती हैं। कानून-व्यवस्था से खेलने वालों को ऐसी सज़ा मिलेगी जो पीढ़ियों तक याद रहेगी।

बरेली से बाराबंकी, मऊ और वाराणसी तक फैल रहा असर
बरेली की हिंसा का असर अब प्रदेश के अन्य जिलों में भी फैलता जा रहा है। बाराबंकी, मऊ और वाराणसी जैसे शहरों में भी टकराव और विरोध की घटनाएं सामने आई हैं।


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Content Editor

Anil Kapoor

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