ओडिशा में तबाही मचाने के बाद कमजोर हुआ फनी, बंगाल में टला खतरा

Saturday, May 04, 2019 - 05:40 PM (IST)

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के लोगों ने तब राहत की सांस ली जब चक्रवात फनी शनिवार की सुबह कमजोर पड़ गया। अब यह पड़ोसी बांग्लादेश की ओर बढ़ रहा है। क्षेत्रीय मौसम केंद्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शहर में रात में 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं और मध्यम से भारी बारिश हुई। अधिकारी ने बताया कि चक्रवात जिन जिलों से गुजरा, वहां किसी के हताहत होने या किसी बड़ी क्षति की कोई खबर नहीं है। उन्होंने कहा, फनी के लगातार उत्तर-पूर्वोत्तर की ओर बढऩे की संभावना है और यह अगले छह घंटे में कमजोर हो जाएगा।

क्षेत्रीय मौसम केंद्र के उपमहानिदेशक संजीब बंदोपाध्याय ने बताया कि ऐसी संभावना है कि 50-60 कि लोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार और गहरे दबाव के साथ यह दोपहर तक बांग्लादेश पहुंच जाएगा। पश्चिम बंगाल पहुंचने से पहले ओडिशा तट पर यह बेहद भयानक चक्रवात कमजोर होकर भयानक चक्रवात में बदल गया था। यह उत्तर- पूर्वोत्तर की ओर बढ़ते हुए पश्चिमी मिदनापुर के खडग़पुर से होते हुए बीती रात 12 बजकर 30 मिनट पर पश्चिम बंगाल में दाखिल हुआ। बंदोपाध्याय ने बताया कि इसके बाद चक्रवात हुगली के आरामबाग पहुंचा और अब यह मुर्शिदाबाद जिले की ओर बढ़ रहा है।

 

West Bengal: Visuals of heavy rainfall from Kolkata. #CycloneFani made its landfall in Puri, Odisha earlier in the day. pic.twitter.com/dZxOHjraOC

— ANI (@ANI) May 3, 2019

बंदोपाध्याय ने कहा कि एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि कुछ कच्चे घर और पेड़ गिरे हैं, लेकिन किसी भी जिले से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। हालांकि अभी और जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि इस बीच कोलकाता हवाईअड्डे पर शनिवार सुबह 9 बजकर 57 मिनट पर विमानों का परिचालन शुरू कर दिया गया। शुक्रवार को अपराह्न तीन बजे विमानों का परिचालन रोक दिया गया था। अधिकारियों ने बताया कि सियालदह और हावड़ा क्षेत्र में ट्रेनों का परिचालन भी सामान्य हो रहा है।



रैलियां रद्द कर तटीय इलाके में ममता बनर्जी ने डाला डेरा
फनी का असर राजनीतिक पार्टियों पर भी पड़ रहा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनावी रैलियां रद्द कर तटीय इलाकों के पास डेरा जमा लिया है। ममता ने लोगों को अफवाहें न फैलाने तथा घरों के भीतर रहने की सलाह दी है। वहीं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को भी झारखंड में होने वाली 3 रैलियां रद्द करनी पड़ीं। 

पीएम मोदी ने राज्यपाल से की बात 
वहीं पश्चिम बंगाल में चक्रवाती तूफान फनी के दस्तक देने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्तमान स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी से शनिवार को बात की। प्रधानमंत्री ने त्रिपाठी के साथ अपनी बातचीत के दौरान इस बेहद खतरनाक चक्रवाती तूफान से निपटने के लिए केंद्र की ओर से हरसंभव मदद मुहैया कराए जाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। मोदी ने ट्वीट किया, चक्रवात फनी के मद्देनजर बंगाल के लोगों के प्रति अपनी एकजुटता भी व्यक्त की। अधिकारियों ने बताया कि फनी तूफान के शुक्रवार को ओडिशा में दस्तक देने के बाद अत्यधिक बारिश होने के साथ ही 175 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। 

ओडिशा में फनी' चक्रवात से 12 लोगों की गई जान
वहीं चक्रवाती तूफान फनी से ओडिशा में कम से कम 12 लोगों की मौत हुई है। तूफान के दस्तक देने के एक दिन बाद शनिवार को राज्य के लगभग 10,000 गांवों और शहरी क्षेत्रों में युद्धस्तर पर राहत कार्य शुरू किया गया। अधिकारियों ने बताया कि 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहे इस अत्यंत भयंकर चक्रवाती तूफान की वजह से शुक्रवार को पुरी में तेज बारिश और आंधी आई। तूफान के कमजोर पडऩे और पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने से पहले इसकी चपेट में आए कस्बों और गांवों में बहुत से घरों की छतें उड़ गईं और कई घर पूरी तरह से बर्बाद हो गए। 



पेड़ गिरने से हुई चार लोगों की जान
अधिकारियों ने कहा कि आपदा के कारण मरने वालों की संख्या शुक्रवार को आठ थी, जो मयूरभंज जिले में चार और लोगों के मारे जाने के बाद बढ़कर 12 हो गई। उन्होंने कहा कि कई क्षेत्रों से विस्तृत जानकारी आनी अभी बाकी है। मयूरभंज जिले के आपात अधिकारी एस के पति ने कहा, बारीपदा में अलग-अलग स्थानों पर पेड़ गिरने से चार लोगों की मौत हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से बात की और तटीय राज्य में चक्रवात आने के बाद की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की। प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार को आश्वासन दिया कि केंद्र की तरफ से राज्य को लगातार सहायता मिलती रहेगी। 

Pardeep

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