कैंसर की निशानी भी हो सकते हैं मस्से

Saturday, Dec 28, 2019 - 04:58 PM (IST)

Papilloma In Hindi : गर्दन, हाथ-पैर या फिर जनन अंगों पर मस्सों का पाया जाना आम बात है। कई बार तो यह मुंह के अंदर गले में भी हो जाते हैं। मगर हम इसे बहुत ही हलके में लेते हैं। इसका कारण यह है कि इनमें कोई दर्द नहीं होता, लेकिन दर्द नहीं होने का मतलब यह नहीं कि इसे हलके से लिया जाए। क्योंकि कुछ मस्से खतरनाक होते हैं और यह कैंसर का कारण भी बन सकते हैं। इसे पूरा नाम ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एचपीवी) दिया गया है इसलिए समय पर इसका उपचार होना चाहिए और इसकी वैक्सीन लगवाई जानी चाहिए। 

पैपिलोमा है क्या (Human Papilloma)


पैपिलोमा एक विषाणु संक्रमण है और ये एक तरह से शरीर पर मस्से(वॉट्स) के रूप में नजर आते हैं। यह मस्से परजीवी होते हैं। परजीवी का अर्थ यह है कि हमारे शरीर में कुछ पल रहा है। हमारा शरीर इन परजीवियों के लिए एक होस्ट का काम कर रहा होता है और यह अंदर ही अंदर हमारे शरीर की कोशिकाओं को खाकर पलते रहते हैं। यही नहीं पलने का साथ-साथ यह शरीर में फैलते भी हैं। कुछ केसों में यह स्वयं सूख जाते हैं और कई मामलों में यह सालों-साल रहते हैं। 

पैपिलोमा होने का कारण ( Reason For Human Papilloma)

क्योंकि पैपिलोमा विषाणु संक्रमण है इसलिए यह एक शरीर से दूसरे शरीर में फैलता है। इसका वायरस शरीर में उस जगह से प्रवेश करता है जहां से त्वचा कटी-फटी हो। इसके बाद यह खून में मिल जाने के बाद आगे फैलता है। दूसरा इसका कारण शारीरिक संबंध भी हो सकता है। क्योंकि मुंह से लेकर गर्भाश्य के अंदर तक भी हो सकते हैं। 

पैपिलोमा वायरस होता है 10 से 130 तरह का

मुख्य रूप से एचपीवी के 10 प्रकार बताए गए हैं मगर इसकी क्लासिफिकेशन के मुताबिक यह 130 प्रकार का है। एचपीवी टाइप 1, 2, और 4 आम मस्से होते हैं। इन्हीं में से कुछ मस्से गर्भाश्य में पाये जाने वाले हैं जो सर्विक्स कैंसर का कारण हो सकते हैं।

पैपिलोमा विष्णु का इलाज (Remedies For Human Papilloma)

शरीर में कहीं भी वॉट्स या मस्से नजर आए तो डॉक्टर से सलाह ली जानी चाहिए। साधारण मस्सों के लिए कई तरह की क्रीम्स आती हैं लेकिन असाध्य मस्सों के लिए वैक्सीनेशन की जरूरत होती है जो डॉक्टर की सलाह से ली जानी चाहिए। 

Anil dev

Advertising