स्मृति की जगह आते ही ‘जावेड़कर In Action Mood’

Sunday, Jul 10, 2016 - 01:39 PM (IST)

नई दिल्ली: मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावेड़कर ने कार्यभार संभालने के बाद अपने पहले सरकारी दौरे में कोच्चि में केन्द्रीय विद्यालय के छात्रों और मुंबई जाकर दादर के रात्रिकालीन स्कूल में गरीब छात्रों से मुलाकात कर पढ़ाई-लिखाई का जायजा लिया और इन स्कूलों में पढ़ाई की स्थिति में और सुधार लाने का आश्वासन दिया।जावेड़कर ने शनिवार रात दादर के गोपाल कृष्णा गोखले रात्रिकालीन स्कूल जाकर छात्रों से स्कूल में सुविधाओं और पठन-पाठन की भी जानकारी ली।
 

उन्होंने कहा कि वह इन बच्चों के जज्बे को सलाम करते हैं कि वे दिन में 8-10 घंटे कठोर काम कर रात में स्कूल में पढ़ते हैं। शिक्षा से लोगों का विकास और उठान संभव है इसलिए शिक्षा समावेशी होने चाहिए और कोई इससे वंचित नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि रात्रिकालीन स्कूल काफी महत्वपूर्ण संस्थान हैं और सरकार की प्राथमिकता है कि इन स्कूलों की स्थिति सुधरे और जिल्ला परिषद् के स्कूलों का भी विकास हो।

जावेड़कर ने कहा कि आप लोगों से मिलकर मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस सपने को साकार करने के लिए कृतसंकल्प हुआ हूं कि देश के दलित पिछड़े और वंचित छात्रों की स्थिति सुधरे और वे आगे बढे। सरकार रात्रिकालीन स्कूलों की स्थिति का अध्ययन कर जो संभव है वह करेगी। उन्होंने कहा कि वह खुद जिला स्कूल में पढ़ चुके हैं इसलिए उन्हें इन स्कूलों की स्थिति, समस्याएं और चुनौतियां मालूम हैं।
 

उन्होंने कहा कि वह महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े को कहेंगे कि वह रात्रिकालीन स्कूलों तथा निगम स्कूलों की स्थिति को सुधरने के लिए कदम उठाएं। स्कूल के अधकारियों ने जावेड़कर को बताया कि गत चार वर्षों से इस स्कूल के नतीजे शत-प्रतिशत रहे हैं। मुंबई के रात्रिकालीन स्कूलों में 1500 से अधिक स्कूली छात्र पढ़ते हैं। इन स्कूलों के बच्चे जीवन में काफी सफल भी हुए हैं और आगे बढ़े हैं। इससे पहले जावेड़कर ने कोच्चि में केंद्रीय विद्यालय के छात्रों से भी मुलाकात की और उसमे सुविधाओं और पढ़ाई-लिखाई को लेकर छात्रों और शिक्षकों से बात की।

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