फ्लोरिडा गोलीकांडः  फरिश्ता  बनकर उभरी भारतीय टीचर, बचाई कई बच्चों की जान

Saturday, Feb 17, 2018 - 01:29 PM (IST)

फ्लोरिडा: अमरीका में फ्लोरिडा के हाई स्कूल में गत  बुधवार को देर रात हुई एक छात्र द्वारा गोलियां बरसाए जाने के बीच भारतीय मूल की एक महिला टीचर की सूझबूझ की प्रशंसा हो रही है।इस गोलीबारी में 17 लोगों की मौत हो गई। बंदूकधारी हमलावर 19 वर्षीय पूर्व छात्र था, जिसे स्कूल प्रबंधन ने निकाल दिया था।

फ्लोरिडा के पार्कलैंड में स्थित मार्जरी स्टोनमैन डगलस हाई स्कूल में गणित पढ़ाने वाली भारतीय मूल की महिला टीचर शांति विश्वनाथन इस भयंकर हादसे में फरिश्ता  बनकर उभरी हैं। 14 फरवरी को शांति विश्वनाथन हमेशा की तरह अपना क्लास ले रही थीं। इस बीच स्कूल में लगा अलार्म जब दूसरी बार बजा तो वह चौंकन्नी हो गईं और उन्हें कुछ गड़बड़ होने का संदेह हुआ।

उन्होंने फौरन क्लासरूम का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया और छात्रों को फर्श पर लेट जाने के लिए कहा। साथ ही उन्होंने क्लासरूम की सारी खिड़कियों के परदे खींच दिए, जिससे कि हमलावर की नजर में वह क्लासरूम आए ही नहीं। शांति विश्वनाथन के एक छात्र की मां डॉन जेरोब के मुताबिक, उन्होंने तुरंत सूझबूझ से काम लिया और सही दिशा में दिमाग चला ढेर सारे बच्चों की जान बचा ली।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना की सूचना पाकर घटनास्थल पर पहुंची पुलिस की स्पेशल सेल (स्वाट) की टीम जब शांति विश्वनाथन के क्लासरूम के पास पहुंची और दरवाजा खोलने के लिए कहा तब भी शांति विश्वनाथन ने दरवाजा नहीं खोला। दरअसल, शांति विश्वनाथन कोई जोखिम नहीं लेना चाहती थीं। उन्होंने सोचा कि हमलावर खुद को पुलिस बताकर क्लासरूम में घुसना चाहता है। उन्होंने कहा कि वे या तो दरवाजा तोड़कर अंदर आएं या दरवाजे के ताले की चाबी ले आएं, क्योंकि वह दरवाजा नहीं खोल पा रही हैं।

इसके बाद स्वात टीम के एक पुलिसकर्मी ने खिड़की के जरिए क्लासरूम में प्रवेश किया और बच्चों एवं शांति विश्वनाथन को वहां से सुरक्षित निकाला। ब्रोवर्ड काउंटी के शेरिफ स्कॉट इसराईल ने बताया कि बंदूकधारी की पहचान निकोलस क्रूज के रूप में की गई है, जो पहले इसी स्कूल का छात्र रहा है। क्रूज को अनुशासनहीनता के चलते प्रबंधन ने निकाल दिया था।

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