केजरीवाल के बयान से छिड़ी नई बहस कहां तक जाएगी?

Wednesday, Oct 26, 2022 - 05:12 PM (IST)

नेशनल डेस्कः दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को केंद्र सरकार से मांग की कि भारतीय नोटों पर भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की तस्वीर लगाई जाए। उनके इस बयान से राजनीति में नई बहस छिड़ गई है। केजरीवाल के बयान का समर्थन करते हुए आप के कई नेताओं ने एक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारतीय जनता पार्टी पर पूछा कि भाजपा को भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की तस्वीर लगाने से इतनी परेशानी क्यों है। उधर, भाजपा ने केजरीवाल पर पलटवार करते हुए कहा कि ‘यह यू-टर्न राजनीति की पराकाष्ठा है' और वह हिन्दू बनने का ‘प्रयास' कर रहे हैं।

क्या है पूरा बयान
अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भारतीय करेंसी नोटों पर भगवान गणेश और लक्ष्मी तस्वीर छापने की अपील की। उन्होंने कहा कि नए नोटों पर एक तरफ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर और दूसरी तरफ भगवान गणेश और लक्ष्मी के चित्र छापे जा सकते हैं। उन्होंने कहा, “अगर हमारे साथ देवी-देवता का आशीर्वाद नहीं है तो कई बार प्रयास करने के बाद भी हमारे प्रयास सफल नहीं होते हैं। मैं प्रधानमंत्री (मोदी) से हमारे करेंसी नोटों पर भगवान गणेश और लक्ष्मी के चित्र प्रकाशित करवाने की अपील करता हूं।” केजरीवाल ने कहा, “अगर हमारे करेंसी नोटों पर भगवान गणेश और लक्ष्मी के चित्र होंगे तो हमारा देश तरक्की करेगा। मैं इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री को एक-दो दिन में पत्र लिखूंगा।” मुख्यमंत्री ने इंडोनेशिया का उदाहरण दिया, जो एक मुस्लिम देश है और जिसके करेंसी नोट पर भगवान गणेश का चित्र मौजूद है।

क्यों उठाई ये आवाज
केजरीवाल ने यह मांग ऐसे समय पर उठाई है, जब गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने हैं। इसके अलावा दिल्ली में भी साल के अंत तक या फिर अगले साल नगर निगम के चुनाव कराए जा सकते हैं। दिल्ली और पंजाब में सफलता के बाद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी का अब पूरा फोकस गुजरात, हिमाचल और दिल्ली एमसीडी के चुनावों पर है। ऐसे में हिंदू वोटों को अपनी पाले में करने के लिए केजरीवाल ने ये दांव चला है। बता दें कि हिमाचल, गुजरात और दिल्ली एमसीडी तीनों जगहों पर भाजपा का ही शासन है। भाजपा की हिंदू वोटों पर पकड़ मजूबत है। ऐसे में केजरीवाल का यह बयान भाजपा के लिए चुनौती बन सकता है क्योंकि तीनों ही राज्यों में हिंदू वोट बड़ी संख्या में है, जबकि अल्पसंख्य वोट की संख्या न के बराबर है।

केजरीवाल पर लगे हैं हिंदू विरोधी होने के आरोप
दरअसल, 24 अक्टूबर को पूरे देश में दिवाली का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर पटाखे फोड़े जाने का रिवाज है। लोग दिवाली पर दीयों की रोशनी के साथ जमकर आतिशबाजी भी करते हैं। ऐसे में केजरीवाल सरकार ने दिवाली से पहले पटाखे फोड़ने पर बैन लगा दिया। इसके साथ ही पटाखे पकड़े जाने पर या फिर फोड़े जाने पर 6 महीने की जेल का भी प्रावधान कर दिया। भाजपा ने इस फैसले को हिंदू विरोधी बताया और केजरीवाल की तुलना औरंगजेब से कर दी। इससे पहले भी केजरीवाल पर हिंदू विरोधी होने के आरोप लग चुके हैं।
 

Yaspal

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