कश्मीर की शान है डल में तैरती हाउसबोट, कोरोना महामारी के चलते खतरे में है यह खूबसूरत नगीने

Thursday, Aug 06, 2020 - 04:15 PM (IST)

श्रीनगर: कोरोना महामारी ने जहां पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था को हिला कर रख दिया है वहीं धरती का स्वर्ग कश्मीर भी इससे अछूता नहीं है। कश्मीर की इकानाॅमी पूरी तरह से पर्यटन पर आधारित है और कोविड 19 के कारण इसे काफी नुकसान हो रहा है। एक ऐसी चीज जो इस समय सबसे ज्यादा प्रभावित है वो है कश्मीर की झीलों में तैरती सुन्दर हाउसबोटें। देवदार की लकड़ी से बनी यह हाउसबोटें अन्दर से जितनी खूबसूरत होती हैं उतना ही सुन्दर और मनोरम होता है इनके अन्दर रहकर बाहर का नजारा देखना।


नब्बे के दशक में कश्मीर के लोगों ने झीलों में तैरती कश्तियोें की कहानी शुरू की। इसका मुख्य लक्ष्य था पर्यटकों को अकर्षित करना। कश्मीरी कारिगरी और उम्दा मेहमाननबाजी का नमूना। तभी से यह हाउसबोटें श्रीनगर की नगीना बन गई हैं और विश्वप्रसिद्ध डल झील की शान बढ़ा रही हैं। 


बेहद खूबसूरत हैं नाम
मजेदार बात यह है कि इन हाउसबोटों के नाम भी बड़े मजेदार हैं। कुछछ ने इनका नाम विदेशी देशों के नाम पर रखा है तो कईयों ने खूबसूरत मेहमानों के नाम पर। डल में न्यूजीलैंड, शिकागो जैसे कई नामों से आपको हाउसबोट मिल जाएंगी। विदेशी पर्यटक इनमें अपनी लंबी छुट्टियों के दौरान महीनोें गुजार देते हैं।

कोरोना ने कठिन कर दी जिन्दगी
हाॅलीवुड नाम की एक बेहद सुन्दर हाउसबोट के मालिक है तारीक। उन्होंने बताया कि लंबे समय से इस व्यापार में हैं पर अब मुश्किल दौर है। घाटे में चल रहा है हाउसबोट का काम पर उम्मीद है कि फिर से भविष्य रोश्नी की किरन से चमकेगा। उन्होंने कहा, जब गोलियां चलती थीं तब भी पर्यटक आते थे। मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि अब क्या हो गया। ऐसा लगता है कि इस उदयोग को खतम करने की साजिश की जा रही है। श्रीनगर में कोई आतंकी नहीं है। कोरोना वायरस की बात करें तो यह चलता रहेगा पर हमारा काम धंधा सब खत्म हो रहा है।


पैकेज की मांग
पिछले वर्ष धारा 370 हटने के बाद से जम्मू कश्मीर में उपजे हालातों के बाद कश्मीर में पर्यटन उदयोग को काफी नुकसान पहुंचा। इस बार टूरिजम को लेकर इससे जुड़े लोगों को काफी उम्मीदें थी पर यह वर्ष भी बेकार साबित हुआ। इससे जुड़े कई युवा बेरोजगार हो गये हैं। उन्होंने सरकार से इस तरफ ध्यान देने और उन्हें बचाने की गुहार लगाई है।
 

Monika Jamwal

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