इलाज में लापरवाही का आरोप, मृतका के परिजनों ने किया अस्पताल में हंगामा

Thursday, Nov 17, 2016 - 10:39 AM (IST)

मोहाली(राणा) : फेज-8 स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में बुधवार को एक मृतक के परिजनों ने काफी हंगामा किया जिसके बाद मौके पर अस्पताल को पुलिस को बुलाना पड़ा और फिर जाकर पुलिस ने हालातों पर काबू पाया। मृतक के परिजनों का आरोप था कि अस्पताल की लापरवाही के कारण उनकी 15 वर्षीय बेटी की मौत हुई लेकिन अस्पताल ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया। शहर के शिरोमणि अकाली दल सिमरजीत सिंह मान भी मौके पर पहुंचे थे और उन्होंने भी मृतक के परिजनों के साथ नारेबाजी की। जानकारी के अनुसार करीब 28 घंटे बाद लड़की का शव बगैर पोस्टमार्टम करवाए परिजनों को सौंप दिया। फतेहगढ़ साहिब के गांव डुबाली वासी मृतका एथलीट जसप्रीत कौर के पिता कुलदीप सिंह का आरोप है कि उसकी बेटी की मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हुई। उन्होंने बताया कि पीलिया की शिकायत होने के कारण 8 नवम्बर को उन्होंने अपनी 15 वर्षीया बेटी जसप्रीत कौर को फेज-8 के प्राइवेट अस्पताल में दाखिल कराया था। 

 

पीड़ित के पिता अनुसार 13 नवम्बर तक उनकी बेटी एकदम ठीक थी, 14 नवम्बर को उन्हें बताया गया है कि उनकी बेटी की स्थिति नाजुक है और उसे वैंटीलेटर पर रखना पड़ेगा। इसके बाद रात को करीब 9 बजे वह अपनी बेटी को मिले थे,लेकिन 15 नवम्बर को उन्हें सूचना मिली की उनकी बेटी लगभग 99 प्रतिशत डैड हो चुकी है। यह सुनते ही वह सख्ते में आ गए। इसके बाद उनके परिवार के सदस्य व रिश्तेदार अस्पताल पहुंचे। अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें शव देने के लिए सवा लाख रुपए की डिमांड की,जबकि करीब पांच लाख रुपए वह इलाज के लिए दे चुके थे। 

 

शाम को प्रैस वार्ता आयोजित कर उन्होंने कहा कि कई घंटों बाद जसप्रीत का शव परिजनों को सौंपे जाने की उनका संगठन कड़े शब्दों में निंदा करता है और अस्पताल के खिलाफ उनका संगठन जल्द कानूनी कार्रवाई करेगा,क्योंकि जसप्रीत का ट्रीटमैंट अच्छी तरह से नहीं किया गया।  जिसके कारण उसकी मौत के बाद भी लगातार पैसों की डिमांड होती रही। संवेदनहीनता की हद उस समय हुई जब शव सौंपे जाने से पहले मैडीकल रिपोर्ट मांगे जाने के लिए अस्पताल के डायरैक्टर ने 60 रुपए रिपोर्ट के प्रति पेज के हिसाब से मांगे।  

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