शाम को निकला था ट्यूशन के लिए, फिर नहीं लौटा, सूनसान सड़क में मिली अधजली लाश...

punjabkesari.in Monday, Aug 04, 2025 - 07:27 AM (IST)

बेंगलुरु : बेंगलुरु के शांत समझे जाने वाले कग्गलीपुरा इलाके से एक दर्दनाक और झकझोर देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे शहर को सदमे में डाल दिया है। एक 13 वर्षीय स्कूली छात्र की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई - और इस क्रूर वारदात में शामिल निकला एक ऐसा चेहरा, जो पहले परिवार का भरोसेमंद था।

 शाम को निकला था ट्यूशन के लिए, फिर नहीं लौटा
30 जुलाई की शाम बेंगलुरु के अराकेरे क्षेत्र में रहने वाला कक्षा 8 का छात्र हर रोज की तरह अपने घर से ट्यूशन के लिए निकला था। ट्यूशन का वक्त पूरा होने के बाद आम तौर पर वह साढ़े सात बजे तक लौट आता था, लेकिन उस दिन रात आठ बजने तक उसका कोई पता नहीं चला। घरवालों को चिंता हुई और उन्होंने ट्यूशन सेंटर से संपर्क किया। ट्यूटर ने बताया कि बच्चा समय पर ट्यूशन से निकल चुका था।

CCTV फुटेज और अपहरण की पुष्टि
परेशान माता-पिता ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। जांच शुरू हुई तो रास्ते में लगे CCTV कैमरों की रिकॉर्डिंग खंगाली गई। इनमें लड़का एक बाइक सवार के साथ जाता दिखा - हालांकि व्यक्ति की पहचान तुरंत स्पष्ट नहीं हो सकी। कुछ ही घंटों बाद एक और झटका लगा- परिवार के पास एक अनजान नंबर से फोन आया जिसमें 5 लाख रुपये फिरौती की मांग की गई।

फिरौती की कॉल और रहस्यमयी चुप्पी
अपहरणकर्ता लगातार लोकेशन बदलते रहे और परिवार को अलग-अलग जगह पैसे पहुंचाने के निर्देश देते रहे। लेकिन जब तक परिवार कुछ तय कर पाता, अगली सुबह तक किडनैपर का फोन बंद हो गया। उस पल से किसी को अनहोनी की आशंका सताने लगी।

जंगल में मिला अधजला शव
31 जुलाई की शाम को बन्नेरघट्टा रोड के एक सुनसान हिस्से में स्थानीय लोगों को जली हुई हालत में एक शव मिला। पुलिस मौके पर पहुंची और पुष्टि की गई कि शव उसी लापता छात्र का था। यह न केवल एक हत्या थी, बल्कि बेहद क्रूर और योजनाबद्ध अपराध।

 ताबड़तोड़ कार्रवाई और चौंकाने वाला खुलासा
पुलिस की तफ्तीश तेज़ हुई और देर रात खुफिया इनपुट से दो संदिग्धों की लोकेशन कग्गलीपुरा क्षेत्र में पाई गई। घेराबंदी के दौरान आरोपियों ने पुलिस पर हमला कर दिया। जवाबी कार्रवाई में दोनों के पैरों में गोली मारी गई और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

परिवार का जानकार निकला मास्टरमाइंड
इस मामले में जो सबसे चौंकाने वाली बात सामने आई, वह यह कि मुख्य आरोपी परिवार का पुराना जानकार था। जांच में पता चला कि गुरुमूर्ति नामक व्यक्ति, जो पहले ड्राइवर के तौर पर काम कर चुका था, ही इस पूरी साजिश के पीछे था। उसने परिवार का भरोसा जीतकर धीरे-धीरे बच्चे से नज़दीकी बढ़ाई और पानीपुरी खाने के बहाने उसे बहला-फुसला कर अपने साथ ले गया। उसके साथ था उसका साथी गोपीकृष्ण, और दोनों ने मिलकर न केवल फिरौती के लिए अपहरण किया, बल्कि पहचान उजागर होने के डर से बच्चे की हत्या भी कर डाली।

पुलिस कर रही है विस्तृत पूछताछ
दोनों आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है और पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि कहीं इसमें और कोई शामिल तो नहीं था। 


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Content Writer

Anu Malhotra

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