अमेरिका में रहने वाले भारतीय नौजवानों पर लटकी तलवार, हो सकते हैं डिपोर्ट

Thursday, Sep 27, 2018 - 10:09 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे लोगों पर खतरा मंडरा रहा है। अमेरिका सोमवार से एक नए नियम के तहत ऐसे लोगों को वापस उनके देश भेजने का काम शुरू कर देगा, जिनकी वहां रहने की वैध अनुमति खत्म हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि यह अवधि वीजा बढ़ाने का आवेदन खारिज होने या स्थिति में बदलाव होने जैसे कारणों से खत्म हो सकती है, हालांकि इस काम में लगाई गई संघीय एजेंसी ने एच-1 बी वीजा धारकों को राहत देते हुए कहा कि फिलहाल इस नीति को रोजगार संबंधी आवेदनों और मानवीय आधार पर दिए गए आवेदनों व याचिकाओं पर लागू नहीं किया जाएगा।

गौरतलब है कि हाल के महीनों में कुछ एच-1 बी वीजा धारकों के वीजा की अवधि बढ़ाने के आवेदनों को खारिज किया गया है और इनमें भारतीय नागरिकों की संख्या काफी है। इस नए नियम से अमेरिका में रह रहे भारतीयों पर बड़ा असर पड़ेगा, लेकिन फिलहाल इस श्रेणी में आने वाले लोगों के लिए एनटीए नहीं जारी किए जाएंगे। यू.एस.सी.आई.एस. ने कहा कि वीजा नहीं जारी करने या उसकी अवधि नहीं बढ़ाने को लेकर संघीय एजेंसी प्राथमिकता में उन्हें रखेगी जिनका आपराधिक रिकॉर्ड हो, जो फर्जीवाड़े में संलग्न रहे हों या जो राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाल सकते हों। 

नए नियम के तहत उन लोगों को पेश होने का नोटिस (एनटीए) जारी किया जाएगा, जिनकी वीजा बढ़ाने संबंधी या स्थिति में बदलाव किए जाने के आवेदन खारिज कर दिए गए हों। आव्रजन कानून के संबंध में एनटीए उन विदेशी नागरिकों को स्वदेश भेजे जाने की दिशा में पहला कदम है, जिनके पास अमेरिका में कानूनी रूप से रहने के लिए वैध दस्तावेज नहीं हैं। यह नोटिस एक ऐसा दस्तावेज है जो किसी व्यक्ति को आव्रजक मामलों के न्यायाधीश के समक्ष पेश होने का निर्देश देता है।

Isha

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