गृह मंत्रालय की वायरल ‘पोर्न लेटर’ पर चेतावनी, आपके इनबॉक्स में मिले तो क्या करें?

punjabkesari.in Thursday, Aug 22, 2024 - 03:16 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारतीय गृह मंत्रालय ने हाल ही में एक वायरल पोर्न लेटर के बारे में चेतावनी जारी की है, जो साइबर अपराधियों द्वारा लोगों को धोखा देने के लिए भेजा जा रहा है। इस लेटर के जरिए रिसीवर्स को चाइल्ड पोर्नोग्राफी और बच्चों के यौन शोषण के झूठे आरोपों का सामना करने की धमकी दी जा रही है। गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि यह लेटर फर्जी है और केंद्र सरकार की ओर से ऐसा कोई आधिकारिक लेटर जारी नहीं किया गया है।

गृह मंत्रालय के नाम से लेटर 
साइबर सुरक्षा से संबंधित गृह मंत्रालय के आधिकारिक ट्विटर हैंडल 'साइबर दोस्त' ने 21 अगस्त को इस मुद्दे की जानकारी दी। लेटर में दो प्रकार के लेटरहेड का इस्तेमाल किया गया है, एक गृह मंत्रालय के नाम से और दूसरा भारतीय पुलिस सेवा के एडिशनल डायरेक्टर जनरल (एडीजी) के नाम से। इस लेटर के साथ भेजे गए ईमेल में दावा किया गया है कि रिसीवर के इंटरनेट प्रोटोकॉल (आईपी) की जांच की गई है और वह कथित तौर पर जुवेनाइल पोर्नोग्राफी वेबसाइट्स देख रहा है। ईमेल में कहा गया है कि गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के साथ मिलकर साइबर क्राइम से जुड़े मामलों की जांच की जाती है। इसके साथ ही, ईमेल में यह भी लिखा है कि अगर रिसीवर जवाब नहीं देता तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

क्या क्या सावधानियां बरतनी चाहिए 
अगर आपको इस तरह का लेटर या ईमेल प्राप्त होता है, तो घबराने की आवश्यकता नहीं है। गृह मंत्रालय ने निम्नलिखित कदम उठाने की सलाह दी है:
1. ईमेल या लेटर को अनदेखा करें: किसी भी संदिग्ध ईमेल को खोलने या उसमें दिए गए लिंक पर क्लिक करने से बचें।
2. साइबर क्राइम डिपार्टमेंट से संपर्क करें: अपने नजदीकी साइबर क्राइम डिपार्टमेंट या स्थानीय पुलिस थाने में तुरंत शिकायत दर्ज करें।
3. सुरक्षित तरीके से रिपोर्ट करें: अगर आपके पास लेटर का डिजिटल कॉपी है, तो उसे सुरक्षित रखें और किसी भी असामान्य गतिविधि की जानकारी पुलिस को दें।
4. व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचें: किसी भी संदिग्ध ईमेल या लेटर में मांगी गई व्यक्तिगत जानकारी को साझा न करें।

इस तरह की गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं
साइबर अपराधी अक्सर नई तकनीकों का उपयोग करके लोगों को ठगने की कोशिश करते हैं, इसलिए यह जरूरी है कि लोगों को इस प्रकार के फर्जीवाड़े से सजग और सतर्क रहना चाहिए। सरकारी एजेंसियां इस तरह की गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं और लोगों से भी अनुरोध किया जा रहा है कि वे ऐसे मामलों की रिपोर्ट तुरंत करें। इस चेतावनी के माध्यम से गृह मंत्रालय ने लोगों को सतर्क रहने और साइबर अपराधियों के झांसे में न आने की सलाह दी है। सुरक्षा और सतर्कता के साथ ही, अपनी डिजिटल पहचान और व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखना बहुत महत्वपूर्ण है।


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Content Editor

Mahima

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