सेना को हाई अलर्ट करने का अनुच्छेद 35 ए से लेना-देना नहीं: उमर
Friday, Aug 02, 2019 - 06:27 PM (IST)
श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने वायु सेना तथा थल सेना को हाई अलर्ट पर रहने के सरकार के निर्देश की सूचनाओं पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि इसका राज्य से संबंधित संविधान के अनुच्छेद 35 ए या परिसीमन से कुछ लेना-देना नहीं है।
Although this unprecedented order would seem to suggest a genuine fear of a massive terror strike directed at Amarnath ji yatris or/and tourists this will do nothing to dampen the sense of fear & foreboding that prevails in the valley at the moment. https://t.co/qF99X0nAx6
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) August 2, 2019
उमर ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर लिखा, ‘‘राज्य की जो मौजूदा स्थिति है, उसके लिए थल सेना तथा वायु सेना को अलर्ट पर रखना पड़ेगा। इसका अनुच्छेद 35 ए या परिसीमन से कुछ लेना देना नहीं है। वास्तविक स्थिति इससे अलग है।'
हमें शक है कि कश्मीर में कुछ बड़ा होने वाला है:महबूबा मुफ्ती
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर में सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती को लेकर कहा, ‘सरकार के इस फैसले से शक पैदा हो रहा है। महबूबा ने कहा कि हमें शक है कि कश्मीर में कुछ बड़ा होने वाला है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे के साथ केंद्र सरकार ने कोई छेड़छाड़ की तो हम उसके खिलाफ दीवार बनकर खड़े होंगे।’
For a state that’s often referred to as the crown of India, the uncaring & callous treatment meted out to its people is disconcerting. Ideally some sort of clarification should’ve been issued. Instead a misinformation campaign is being run while an uneasy calm prevails in Kashmir
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 2, 2019
इससे पहले बीते हफ्ते केंद्र सरकार ने कश्मीर में दस हजार अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की थी।फिर इसी गुरुवार को भी वहां और 25 हजार सुरक्षा बलों को तैनात किए जाने की खबर आई थी। इस दौरान सुरक्षा बलों की इस तैनाती को जम्मू-कश्मीर से धारा 35ए और 370 को हटाए जाने के साथ जोड़कर भी देखा जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने गुरुवार को घाटी में 28,000 अतिरिक्त सैनिकों को भेजने का फैसला लिया है। मोदी की नेतृत्व वाली सरकार ने थल सेना तथा वायु सेना को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है।