बाटला हाउस एनकाउंटर के ''हीरो'' को सातवीं बार वीरता पदक, 12 साल बाद भी लोगों के दिलों में हैं जिंदा

Friday, Aug 14, 2020 - 04:49 PM (IST)

नेशनल डेस्क: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 2008 में बटला हाउस मुठभेड़ में शहीद हुये दिल्ली पुलिस के निरीक्षक मोहन चंद शर्मा को मरणोपरांत सातवीं बार वीरता पदक दिया गया है। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर केंद्र सरकार ने वीरता पुरस्कारों की घोषणा की है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस पुलिस बल के सहायक कमांडेंट नरेश कुमार ने भी कश्मीर घाटी में आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिये सातवीं बार वीरता पुरस्कार से नावाजा गया है। 

 

बटला हाउस की कहानी   
19 सितंबर साल 2008 का वो दिन जब बाटला हाउस एनकाउंटर  की खबर से पूरा देश हिल गया था। ये एनकाउंटर 13 सितंबर 2008 में दिल्ली (Delhi) के करोल बाग, कनाट प्लेस, इंडिया गेट और ग्रेटर कैलाश में हुए सीरियल बम घमाकों का परिणाम था। इन सीरियल बम धमाकों में 26 लोगों की जानें गईं थी और करीब 133 लोग घायल हो गए थे। 

 

मोहन चंद्र शर्मा को लगी थी तीन गोली 
इस एनकाउंटर में टीम का नेतृत्व कर रहे मोहन चंद्र शर्मा को भी गोली लग गई थी। 19 सितंबर को ही देर शाम मोहन चंद्र शर्मा की होली फैमिली अस्पताल में मौत हो गई थी. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक मोहन चंद्र शर्मा को तीन गोली लगी थी, एक पेट में एक जांघ में और एक दाहिने हाथ में। पुलिस ने मोहन चंद्र शर्मा की मौत के लिए शहजाद अहमद को जिम्मेदार ठहराया था। 

 

पदक की सूची में जम्मू कश्मीर शीर्ष स्थान पर
वीरता के लिये पुलिस पदक की सूची में जम्मू कश्मीर शीर्ष स्थान पर है जिसके खाते में 81 पदक है और इसके बाद 55 पदकों के साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल दूसरे स्थान पर है। इस बार किसी को भी राष्ट्रपति पु​लिस पदक नहीं मिला है । केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि इस बार राज्य एवं केंद्रीय पुलिस बलों को वीरता, विशिष्ट सेवा और मेधावी सेवाओं के लिये कुल 926 पदक दिये गये हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस को 23 वीरता पदक दिये गये हैं। इसके बाद दिल्ली पुलिस, महाराष्ट्र पुलिस और झारखंड पुलिस को क्रमश: 16, 14 और 12 पदक दिये गये हैं।

vasudha

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