कप्तान नहीं ये तो बल्लेबाज ही ठीक था, 12 मैचों में सूर्या का बल्ला रहा खामोश, बनाए सिर्फ इतने रन
punjabkesari.in Sunday, Sep 28, 2025 - 11:32 PM (IST)

नेशनल डेस्कः टीम इंडिया के टी-20 कप्तान सूर्यकुमार यादव का साल 2025 अब तक बेहद निराशाजनक रहा है। एशिया कप 2025 में उनसे बड़ी पारी की उम्मीद थी, लेकिन पूरे टूर्नामेंट में उनका बल्ला पूरी तरह खामोश रहा। उन्हें 7 मैचों में मौका मिला, जहां वह सिर्फ 72 रन ही बना सके। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 47 रहा। खास बात ये रही कि इस दौरान उनके बल्ले से एक भी अर्धशतक नहीं निकला।
साल 2025 में बेहद खराब फॉर्म
अगर पूरे साल 2025 के प्रदर्शन पर नजर डालें तो तस्वीर और भी निराशाजनक है। अब तक खेले गए 12 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैचों में सूर्या ने 11 पारियों में मात्र 100 रन बनाए हैं। इस दौरान उनकी बल्लेबाजी औसत सिर्फ 25 की रही है और वह केवल एक अर्धशतक जड़ पाए हैं। कप्तान बनने के बाद उनका बल्ला मानो थम सा गया है।
कप्तानी का दबाव या खराब फॉर्म?
सूर्यकुमार यादव को 2024 टी-20 वर्ल्ड कप के बाद टीम इंडिया की कमान सौंपी गई थी। चयनकर्ताओं ने सोचा था कि वह आक्रामक बल्लेबाजी के साथ टीम को नए अंदाज में लीड करेंगे, लेकिन हकीकत इसके उलट रही। कप्तानी संभालने के बाद से उनके व्यक्तिगत प्रदर्शन में भारी गिरावट देखी जा रही है। एशिया कप 2025 का फाइनल तो उनके लिए सबसे बड़ी निराशा रहा, जब वे महज़ 5 गेंदों पर 1 रन बनाकर आउट हो गए।
बना डाला अनचाहा रिकॉर्ड
एशिया कप 2025 में सूर्यकुमार यादव 18 की मामूली औसत से सिर्फ 72 रन बना पाए। इसके साथ ही वे कप्तान के तौर पर किसी मल्टी-नेशन टी-20 टूर्नामेंट में सबसे कम औसत से रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए। इससे पहले ये शर्मनाक रिकॉर्ड रोहित शर्मा के नाम था, जिन्होंने टी-20 वर्ल्ड कप 2022 में 19.33 की औसत से 116 रन बनाए थे। वहीं एमएस धोनी ने 2009 के वर्ल्ड कप में 21.50 की औसत से 86 रन बनाए थे।
टीम इंडिया के लिए चिंता का विषय
टीम इंडिया के लिए ये स्थिति चिंता की बात है। कप्तान का लगातार फ्लॉप होना टीम के मनोबल को प्रभावित करता है। खासकर तब, जब बड़े टूर्नामेंट में उनसे अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद की जाती है। अब सवाल यह उठता है कि क्या सूर्यकुमार यादव अपनी बल्लेबाजी में पुरानी धार वापस ला पाएंगे, या फिर कप्तानी का दबाव उनके करियर पर भारी पड़ जाएगा?