इतिहास बदलने के लिए कर रहे हैं मोदी पाकिस्तान से वार्ता

Tuesday, Dec 15, 2015 - 07:49 PM (IST)

नई दिल्ली: पाकिस्तान के साथ वार्ता शुरू करने के सरकार के निर्णय को उचित ठहराते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि यह कदम इतिहास बदलने की कोशिश और आतंकवाद की समस्या का समाधान करने के लिए उठाया गया है। नौसेना की शक्ति का प्रतीक माने जाने वाले विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य पर कोच्चि में सेना के तीनों अंगों के संयुक्त कमान सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि पडोसी देश को आतंकवाद पर उसकी प्रतिबद्धता के आधार पर परखा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस रास्ते में कई चुनौतियां और बाधाएं हैं लेकिन देश की सुरक्षा से किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा।   

उन्होंने कहा ,‘‘ हम इतिहास को बदलने की कोशिश के तहत तथा आतंकवाद के खात्मे , शांतिपूर्ण संबंधों , सहयोग बढाने और क्षेत्र में स्थिरता व समृद्धि के लिए पाकिस्तान के साथ वार्ता कर रहे हैं। ’’ उन्होंने कहा ,‘‘इस राह में कई चुनौतियां तथा बाधाएं हैं लेकिन यह कोशिश इसलिए जरूरी है क्योंकि हमारे बच्चों का भविष्य दाव पर लगा है। इसलिए हम उनकी मंशा को परखेंगे जिससे कि आगे का मार्ग प्रशस्त हो सके। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की वातचीत इसलिए शुरू की गई है जिससे कि सुरक्षा विशेषज्ञ आमने सामने बैठ कर बात कर सकें।’’ उन्होंने कहा,‘‘ हम सुरक्षा के साथ किसी तरह का समझौता नहीं करेंगे और आतंकवाद पर उनकी प्रतिबद्धता का आकलन करते रहेंगे।’’ 
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