बेटी कोहली की फैन... 1 करोड़ लेलो, मेरा बेटा लौटा दो, बेंगलुरु भगदड़ में मृतकों के परिवारों का छलका दर्द
punjabkesari.in Thursday, Jun 05, 2025 - 08:56 PM (IST)

नेशनल डेस्क: बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की पहली आईपीएल जीत का जश्न एक बड़े हादसे में बदल गया। बुधवार को हुए इस हादसे में भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई, जिसमें 11 फैंस की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए।
इस दर्दनाक घटना की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जहां पुलिसकर्मी और लोग घायलों को गोद में उठाकर ले जा रहे हैं। कर्नाटक सरकार ने मरने वालों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है। RCB फ्रेंचाइजी ने भी उतनी ही रकम देने की बात कही है और 'RCB Cares' नाम का एक फंड भी शुरू किया है। हालांकि, पीड़ित परिवारों का कहना है कि ये सब काफ़ी देर से किया गया। अगर पहले से सुरक्षा व्यवस्था होती, तो उनके बच्चों की जान बच सकती थी।
पिता का दर्द: 'एक करोड़ भी दे दूं, बेटा नहीं लौटेगा'
हादसे में जान गंवाने वाले मनोज BBA का छात्र था। उसके पिता देवराज पानीपुरी बेचते हैं। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने भगदड़ की खबर देखी तो बेटे को फोन किया, लेकिन किसी और ने फोन उठाया। उन्हें तब पता चला कि उनका बेटा अब इस दुनिया में नहीं रहा। टूटे हुए दिल से उन्होंने कहा, "मैं एक करोड़ भी दे दूं, क्या मेरा बेटा वापस आएगा?"
एक बेटी का सपना टूट गया
दिव्यांशी नाम की 14 साल की लड़की भी इस हादसे में जान गंवा बैठी। वो विराट कोहली की बड़ी फैन थी और उन्हें करीब से देखने के लिए स्टेडियम गई थी। उसकी मां अश्विनी ने बताया कि दिव्यांशी डांसर थी और पशु चिकित्सक बनना चाहती थी। वो बहुत समझदार थी और मां को हमेशा प्रेरणा देती थी।
मां बोली- ये पागलपन था
एक और पीड़ित की मां ने गुस्से में कहा, "ये पागलपन था। न कोई योजना थी, न सुरक्षा।" इस हादसे ने साबित कर दिया कि ऐसे बड़े कार्यक्रमों में सुरक्षा और भीड़ को संभालने की व्यवस्था कितनी जरूरी होती है। अब कर्नाटक हाई कोर्ट ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है और सरकार से रिपोर्ट मांगी है। लोगों की मांग है कि भविष्य में ऐसी त्रासदी न हो, इसके लिए पक्के इंतजाम किए जाएं।