''आतंकवाद में शामिल होने के लिए युवाओं को गुजरात, मुजफ्फरनगर दंंगों ने उकसाया''

Friday, Oct 21, 2016 - 11:09 PM (IST)

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने जैशे मोहम्मद के तीन कथित सदस्यों के खिलाफ दायर आरोपपत्रों में अदालत से कहा है कि गुजरात और मुजफ्फरनगर दंगों ने युवाओं को भारत में आतंकवाद में शामिल होने के लिए उकसाया।  राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कथित तौर पर हमले की योजना बनाने के लिए गिरफ्तार जैशे मोहम्मद के तीन संदिग्ध सदस्यों के खिलाफ दायर आरोपपत्र में पुलिस की विशेष इकाई ने कहा कि आरोपियों और अन्य युवाओं के लिए भारत में आतंकवाद में शामिल होने के लिए पाकिस्तान स्थित जैशे मोहमद प्रमुख मौलाना मसूद अजहर मुख्य प्रेरणा था।
 

आरोपियों मोहम्मद साजिद, शाकिर और समीर के खिलाफ आरोपपत्र अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश रीतेश सिंह के समक्ष दायर किया गया। तीनों वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं। आरोपपत्र में कहा गया कि उसने (साजिद ने) युवाओं से (20 दिसंबर, 2015 को अपने घर पर आयोजित एक बैठक में) गुजरात और मुजफ्फरनगर दंगों के दौरान मुस्लिमों के उत्पीडऩ की बात की। उसने इसके साथ ही बर्मा में मुस्लिमों की स्थिति के बारे में भी बात की। उसने कहा था कि उन्हें भविष्य में गुजरात जैसी स्थितियों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
 

आरोपपत्र में कहा गया कि इन युवकों को राजी करने के लिए साजिद ने उन्हें मौलाना मसूद अजहर की तकरीर सुनने के लिए कहा। साजिद की भूमिका के बारे में इसमें कहा गया कि वह मौलाना के जेहादी भाषण सुनता था जो बाबरी मस्जिद को ढहाने के प्रतिशोध के लिए भारत में हिंसक जेहाद और भारत में मुस्लिमों पर कथित अत्याचार और कश्मीर को भारत से आजाद कराने के बारे में बात करता है।

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