PAK उच्चायुक्त के साथ मनमोहन, अय्यर की कथित गुप्त बैठक पर बरसे मोदी-शाह

punjabkesari.in Sunday, Dec 10, 2017 - 04:11 PM (IST)

गांधीनगर/ पालनपुर /साणंद: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस से निलंबित नेता मणिशंकर अय्यर के घर पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की मौजूदगी में गुजरात चुनाव के दौरान पाकिस्तानी उच्चायुक्त, वहां के पूर्व विदेश मंत्री के साथ हुई कथित गुप्त बैठक पर उठाते हुए कहा कि कांग्रेस को बताना चाहिए कि इसका मकसद क्या था। मोदी ने यह मुद्दा आज गुजरात के पालनपुर और साणंद की अपनी चुनावी सभाओं में लगाए जबकि शाह ने राजधानी गांधीनगर में इसके बाद आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में इसे दोहराया।

शाह ने कांग्रेस के एक नेता की ओर से गुजरात के 2002 दंगों के लिए मोदी से जामा मस्जिद जाकर माफी मांगने की कथित मांग पर भी कड़ी आपत्ति जताते हुए इसे अल्पसंख्यक तुष्टिकरण के जरिये गुजरात चुनाव में मतों के ध्रुवीकरण का विपक्षी पार्टी का प्रयास बताया तथा जनता से इसका संज्ञान लेने की अपील की। मोदी और शाह ने कहा कि विदेश मंत्रालय की जानकारी बिना आयोजित यह गुप्त बैठक करीब ढाई से तीन घंटे तक चली। इसके अगले दिन ही अय्यर ने मोदी को नीच कहने वाला बयान दिया। मोदी ने कहा कि यह एक गंभीर विषय है कि पाकिस्तान के हाई कमिश्नर के साथ इस प्रकार की गुप्त मीटिंग और वह भी गुजरात के समय करने का कारण क्या था और जब गुजरात में चुनाव होता हो तो उस समय इसका कारण क्या है।

मोदी ने कहा कि पाकिस्तानी सेना के पूर्व महानिदेशक अरशद रफीक ने यह भी कहा था कि गुजरात में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल को मुख्यमंत्री बनाने के लिए लोगों को समर्थन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का सेना का इतना बड़ा सेवानिवृत्त अधिकारी गुजरात चुनाव में क्यों सिर घुसा रहा है। उधर शाह ने कहा कि कांग्रेस ऐसे तौर तरीकों से गुजरात चुनाव में जातिवादी ध्रुवीकरण के बाद अब तुष्टिकरण की अपनी नीति पर चलते हुए अल्पसंख्यक वोटों के ध्रुवीकरण का प्रयास कर रही है।

उन्होंने कांग्रेस के मुंबई के एक प्रवक्ता के 2002 दंगों के लिए मोदी को जामा मस्जिद जाकर माफी मांगने की मांग करने पर भी कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय तक ने इस मामले में मोदी के खिलाफ गुजरात दंगों को लेकर कोई आदेश नहीं दिया पर अब तुष्टिकरण के लिए 2017 में इसे उठाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा केवल विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस के वोटों के ध्रुवीकरण के लिए किए जा रहे इन प्रयासों का जनता को संज्ञान लेना चाहिए और तब वोट देना चाहिए।


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