आलीशान जिंदगी छोड़कर हीरा कारोबारी की 13 साल की बेटी बनी संन्यासिन

Monday, Jun 25, 2018 - 04:57 PM (IST)

नई दिल्ली: सन्यास की राह पर चलना हर किसी के लिए संभव नहीं। वहीं अगर कोई मौज मस्ती की उम्र में सन्यास की राह पर चल निकले, तो फिर कुछ कहने के लिए शब्द नहीं बचते। कुछ ऐसा ही मामला गुजरात में देखने को मिला जहां एक हीरा कारोबारी की बेटी आलीशान जिंदगी छोड़कर महज 13 साल की उम्र में संन्यासिन बन गई है। वैश्वी मेहता की दीक्षा से पहले बैंड बाजे के साथ उनकी शोभा यात्रा निकली।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वैश्वी हीरा कारोबारी हितेश मेहता और पीलाबेन मेहता की सबसे छोटी बेटी है। तीन साल पहले वह अपने गुरु के साथ यात्रा पर गई थी। तभी 3,000 किलोमीटर की यात्रा करने के बाद उसने सारे सांसारिक बंधनों को तोड़कर संन्यास के रास्ते पर जाने का फैसला किया था। वहीं उसके माता-पिता ने भी खुशी-खुशी बेटी को इसकी ईजाजत दे दी। 
मीडिया से बातचीत के दौरान घरवालों का कहना है कि दो बहनों में वैश्वी सबसे चंचल थी, लेकिन अचानक सांसारिक जीवन मोहभंग होने की वजह से उसने सन्यास लेने का फैसला किया। 
यह पहला मामला नहीं है जब गुजरात में किसी कारोबारियों के बच्चे ने सन्सास लिया हो। इससे पहले भी हीरा कारोबारियों के बच्चे सन्यासी बन गए हैं, जिनमें गुजरात के एक हीरा व्यापारी दीपेश शाह के 12 वर्षीय बेटे भव्य जैन भिक्षु बने थे। 

 

Anil dev

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