नजरिया: राहुल छोड़ेंगे PM बनने का सपना ?

Wednesday, Jul 25, 2018 - 03:05 PM (IST)

नेशनल डेस्क (संजीव शर्मा): आपको याद ही होगा जब गुजरात चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि वे 2019 में प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं। उसके बाद राहुल कांग्रेस के विधिवत सरदार बने। उन्होंने कर्नाटक में सरकार और सी एम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उससे भी ज्यादा वे बीजेपी को रोकने में कामयाब रहे। उनकी सक्रियता को देखते हुए नई कांग्रेस कार्य समिति ने भी अपनी पहली बैठक में उन्हें पीएम कैंडिडेट के रूप में पेश करने पर हामी भरी। लेकिन अब सूचना है कि राहुल गांधी के इस सपने को ग्रहण लग सकता है। उनके संसद में अविश्वास प्रस्ताव के ऊपर हुए भाषण और उस दौरान हुई जफ्फी और आंखबाजी के बाद कांग्रेस अपने फैसले पर पुनर्विचार की मुद्रा में है। 24 अकबर रोड के सूत्रों की मानें तो संसद के भीतर सब कुछ पहले से तय पटकथा के मुताबिक चल रहा था। बस मोदी से गले मिलने और आँख मारने वाला सीन स्क्रिप्ट में नहीं था, लेकिन उत्साह में राहुल ने मोदी से कुछ ज्यादा ही प्यार जता दिया। 



उधर उनकी आंख भी मुई प्रिया प्रकाश की आंख साबित नहीं हुई। और यहीं मामला बिगड़ गया। जिस तरह से उनके इन दो सीन्स को लेकर पूरे देश (विदेश में भी ) सोशल मीडिया पर उनकी हंसी उड़ी और निंदा हुई उसके बाद कांग्रेस पुनर्विचार के लिए मजबूर हो गई है। इसमें सहयोगी दलों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। शरद पवार तो पहले ही खुलेआम कह चुके हैं कि महागठबंधन बिना किसी को पी एम प्रोजेक्ट किए ही संभव है जैसे कि मोरार जी देसाई के समय हुआ था, लेकिन सूचना है कि अब तो राजद और सपा ने भी कह दिया है कि राहुल को आगे करके नहीं चला जा सकता। पता नहीं युवराज कहां इमोशनल हो जाएं और किया धरा सब बराबर कर डालें। 



बताते हैं कि मुलायम यादव ने तो सोनिया गांधी के सामने ही यह कह दिया है कि राहुल ने एक से एक मुद्दे उठाए जो असरदार थे, लेकिन उपसंहार  गड़बड़ा गया जिसने सारी कथा का कबाड़ा कर डाला। उधर मायावती को साथ लिए बिना भी महागठबंध की कहानी बनती नजर नहीं आ रही। ऐसे में अब नए सिरे से रणनीति बनाई जा सकती है।  



किसने लिखी थी स्क्रिप्ट 
24 अकबर रोड के सूत्र बताते हैं कि राहुल के संसद में हुए भाषण का ब्रीफ आनंद शर्मा, गुलाम नबी आजाद ने लिखवाया था। दोनों राज्यसभा में कांग्रेस के नेता और उपनेता हैं।  इसे अहमद पटेल ने भी ओके किया था, लेकिन राहुल संसद में भाषण के दौरान इतने भावुक हो गए कि प्यार जताने के लिए पीएम की सीट तक पहुँच गए और बाद में रही सही कसर उनकी आंख ने पूरी कर दी।  

Anil dev

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