हार्दिक की शर्तें बन सकती है कांग्रेस की राह का रोढ़ा

Wednesday, Oct 25, 2017 - 01:51 PM (IST)

नेशनल डेस्क: गुजरात फतह करने के लिए राहुल गांधी ने ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर को उनकी शर्तों के साथ कांग्रेस में शामिल कराया है। वहीं हार्दिक पटेल व जिग्रेश मेवाणी को भी कांग्रेस ने अपने पाले में करने की कोशिश शुरू कर दी है। जबकि जिग्रेश ने चुनाव लडऩे व किसी को समर्थन देने से इंकार कर दिया गया है, लेकिन वो बीजेपी को सत्ता से हटाने के लिए चुनाव अभियान जरूर चलाएंगे। इसके अलावा हार्दिक पटेल की स्थिति अभी भी  स्पष्ट नहीं हो रही है। हालांकि कांग्र्रेस से उनकी नजदीकी लगातार बढ़ती दिख रही है। सूत्रों की माने तो हार्दिक ने कांग्रेस आलाकमान के सामने जो शर्तें रखी हैं, इससे पार्टी रणनीतिकारों के माथे पर बल ला दिया है। अगर इन शर्तों पर कांग्रेस आला कमान हामी देते हैं वो उनके लिए ही संकट खड़ा हो सकता है। 

हार्दिक पटेल की मांग
हार्दिक पटेल ने राहुल गांधी से पाटीदार समाज के लिए जो मांग रखी है उससे कांग्रेस के दूसरे सहयोगी नाराज हो सकते हैं। हार्दिक की शर्तों को पूरा करना कांग्रेस के लिए टेढ़ी खीर है। हार्दिक पाटीदार समुदाय के लिए 10 फीसदी आरक्षण की मांग कर रहे हैं। इस मांग को मानना कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी परेशानी की बात है, कारण यह है कि गुजरात में फिलहाल 49.5 प्रतिशत आरक्षण लागू है। सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि 50 प्रतिशत से ज्यादा आरक्षण नहीं दिया जा सकता है। इतना ही नहीं कांग्रेस ने सरकार बनने के बाद अगर पाटीदारों को ओबीसी की कटैगरी में शामिल किया तो ओबीसी समुदाय की नाराजगी झेलनी पड़ेगी। हालांकि कांग्रेस ऐसा करने का जोखिम नहीं उठा सकती क्योंकि ओबीसी समुदाय कांग्रेस का परंपरागत वोटर है। इस मुद्दे पर अगर पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल व ओबीसी समुदाय के नेता अल्पेश ठाकोर के बीच सहमति बनती है तो कांग्रेस की मुसीबत कम हो सकती है। 
- पाटीदार आरक्षण
- कांग्रेस सरकार में भागीदारी
- अपने चहेतों को टिकट

हार्दिक के चहेतों को टिकट देना मुश्किल
हार्दिक की एक मांग यह भी है कि पटेल बाहुल्य सीटों पर उनके चहेते पाटीदारों को कांग्रेस से उम्मीदवार बनाया जाए। सूत्रों के मुताबिक हार्दिक ने कांग्रेस से करीब दो दर्जन सीटों की मांग रखी है. कांग्रेस अगर हार्दिक के चहेतों  को उम्मीदवार बनाती है, तो कांग्रेस के लिए जो पहले से तैयारी कर रहे हैं. उनकी नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है। एक बात और देखने वाली यह होगी की राहुल ने कहा था पार्टी अबकी बार टिकट कार्यकर्ताओं को देंगे बाहरवालों को नहीं। क्या राहुल गांधी अपनी बात से पटल जाएंगे, यह देखना भी जरूरी होगा। इसके अलावा हार्दिक सरकार में हिस्सेदारी की भी मांग कर रहे हैं, जिस पर कांग्रेस राजी होती हैं तो अल्पेश और जिग्नेश भी राहुल के सामने अपनी शर्तें रख सकते हैं।

 

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