गुजरात हिंसा: भावुक हुए अल्पेश ठाकोर, कहा- गुनहगार हूं तो सरकार जेल में डाल दे

Tuesday, Oct 09, 2018 - 10:36 PM (IST)

नई दिल्ली: गुजरात में उत्तर भारतीयों के खिलाफ नफरत फैलाने का आरोप लगने के बादकांग्रेस विधायक और एआईसीसी के सचिव अल्पेश ठाकोर का बयान आया है। उन्होंने कहा, 'मैं पिछले कई दिनों से शांति की अपील कर रहा हूं। ठाकोर सेना इस वाकये के लिए जिम्मेदार नहीं है और कोई गुजरात को छोड़कर नहीं जा रहा है। उन्होंने कहा, 'मैं मानता हूं कि लोगों के साथ बुरा वर्ताव हुआ और मैं इस बात से दुखी हूं। अगर गुजरात को बदनाम करने की कोशिश होगी तो मैं सामने आऊंगा और बिहार जाऊंगा क्योंकि मेरे राहुल भईया को मुझ पर भरोसा है। उन्होंने कहा, अगर मैंने गलत किया है तो सरकार मुझे जेल में डाल दे लेकिन बदनाम न करे। 



बेटे की बीमारी का जिक्र करते हुए मीडिया से बातचीत में अल्पेश भावुक भी हो गए।  उन्होंने कहा कि सरकार लोगों की सुरक्षा करने में नाकाम है और अब उन्हें बदनाम किया जा रहा है। अल्पेश ने आगे कहा, 'अगर इस तरह की राजनीति होगी तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। गुजरात में सिर्फ एक जगह हिंसा हुई है जिसकी वह निंदा करते हैं। उन्होंने कहा, मैंने प्रशासन से कहा हमला करने वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई करें। 



अल्पेश ने कहा कि मैं पहले दिन से ही शांति की अपील कर रहा हूं। ये लोग भड़काने का काम कर रहे हैं। गुजरात में ऐसा कोई माहौल नहीं है। मैं सभी भारतीयों को बोलता हूं गुजरात जितना हमारा है उतना तुम्हारा है। जितना तुम्हारा देश है उतना हमारा देश है। लोगों को राजनीति करनी है करे। हमें तो प्यार बांटने का काम करना है हमें तो एकता करनी है। साथ ही उन्होंने कहा,  मेरे नाम पर मेरे लोगों को बदनाम किया जा रहा है।


आपको बतां दे कि बच्ची से बलात्कार की घटना के बाद गुजरात में उत्तर-भारतीयों पर हमले की घटना के अल्पेश ठाकोर पर स्थानीय लोगों को यूपी-बिहार के लोगों के खिलाफ उकसाने का आरोप लग रहा है। यूपी-बिहार से रोजी-रोटी की तलाश में आकर गुजरात के पांच प्रमुख शहरों में रहने वाले लोगों पर लगातार हमले हो रहे हैं। कांग्रेस ने इसका ठीकरा राज्य की बीजेपी सरकार पर फोड़ा है। वहीं राज्य सरकार और बीजेपी इशारों ही इशारों में कांग्रेस नेताओं को इस बात के लिए जिम्मेदार ठहराने की कोशिश में जुटी हुई है। 



20 हजार उत्तर भारतीयों ने छोड़ा गुजरात
गुजरात में हिंदीभाषी प्रवासियों पर हमले के बाद उनके पलायन को देखते हुए राज्य के औद्योगिक इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। इस मामले में सियासी आरोप-प्रत्यारोप के बीच राज्य सरकार ने सोमवार को उनसे लौटने की अपील की। वहीं राज्य सरकार ने प्रवासियों को सुरक्षा का आश्वासन देते हुए कहा कि हमलों के संबंध में 431 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 56 प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं। वहीं रूपाणी ने दावा किया कि पिछले 48 घंटों में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने स्थिति पर काबू पा लिया है। उत्तर भारतीय विकास परिषद के अध्यक्ष महेशसिंह कुशवाह ने दावा किया कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार के करीब 20 हजार लोग गुजराज से बाहर चले गए हैं। 

Anil dev

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