145 सीट का रिकॉर्ड तोड़ पाएगी बीजेपी?

Friday, Dec 01, 2017 - 11:36 AM (IST)

नर्इ दिल्लीः गुजरात के भाजपा नेताओं का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने विधानसभा चुनाव में जो 150 सीटें पाने का लक्ष्य रखा है वह वह पिछले दो साल में बूथ लेवल पर बड़े पैमाने पर हुए काम का विश्लेषण करने के बाद निकाला गया है। उन्होंने बताया कि भाजपा फरवरी 1985 में गुजरात की सत्ता पर काबिज होने वाले माधव सिंह सोलंकी  की जीत का रिकॉर्ड तोडऩा चाहती है, जिन्होंने कांगे्रेस के लिए कुल 149 सीटें हासिल की थीं, जबकि उनकी पार्टी सिर्फ 11 सीटों पर सिमट गई थी। 

 

राज्य में भाजपा का अंतिम दौर में प्रचार अभियान चल रहा है। उसने उन 165 विधानसभा सीटों में जनसंपर्क अभियान को मजबूत बनाया है, जहां पार्टी 1990 के बाद कम से कम दो बार जीती है। भाजपा के एक नेता ने कहा कि  हमारा संगठन इन जगहों पर मजबूत है। इसलिए इन सीटों को हासिल करना आसान होगा। 
भाजपा ने पिछले कुछ दिनों में फस्र्ट लेवल पर पेज प्रमुख के माध्यम से चुनाव प्रचार का माइक्रो लेवल मैनेजमेंट मजबूत बनाया है। इसमें पेज प्रमुख को वोटर लिस्ट का एक पन्ना दिया जाता है और उस लिस्ट में मौजूद सभी वोटरों के साथ फॉलोअप करने का जिम्मा दिया जाता है। दूसरे लेवल पर शक्ति केंद्र आते हैं, जिसके दायरे में चार से पांच मतदान केंद्र आते हैं। पार्टी का प्रचार अभियान खासतौर पर जनसंपर्क के पांच मुख्य कार्यक्रम पर आधारित है। मतदाताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं से नेताओं का संपर्क स्थापित करने के मकसद से हुए गुजरात गौरव यात्रा व महासंपर्क अभियान में अधिकतर नगरपालिकाएं कवर की गईं। 

 

ये काम 26 नवम्बर को राज्य में प्रधनमंत्री की चुनावी जनसभाओ की शुरुआत से पहले किया गया। इसके अलावा दल के नेताओं ने राज्यभर में जनसभाएं कीं। इसे पहले नवम्बर के शुरू के दो सप्ताह में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने उन 25 हजार कार्यकर्ताओं से मुलाकात की, जिनको शक्ति केंद्रों का प्रभार दिया गया है। अमित शाह ने उनसे कहा कि आप लोग अपने काम में जी जान से जुट जाएं ताकि हर प्रज प्रमुख कम से कम 50 वोटरों को मतदान केंद्र तक ला सके। पार्टी पेज प्रमुखों, मतदान केंद्र प्रमुखों और शक्ति केंद्र के प्रमुखों का उत्साह बनाए रखने पर फोकस कर रही है। ये लोग उसके चुनाव प्रचार की धुरी हैं। पार्टी के एक नेता ने कहा कि गुजरात में कुल 50,128 मतदान केंद्र हैं। हर मतदान केंद्र पर  800-900 वोटर हैं। एक शक्ति केंद्र के दायरे में 4-5 मतदान केंद्र आते हैं। अमित शाह की बैठक दो हिस्से में हुई। पहली बैठक शक्ति केंद्र के प्रमुखों के साथ थी, जबकि बैठक को-ऑपरेटिव के प्रमुखों व इलाके के पार्टी प्रतिनिधि के साथ हुई। पार्अी के एक सूत्र का कहना है कि 168 से अधिक सीटों पर पार्टी कम से कम 2 और ज्यादा से ज्यादा 6 बार चुनाव जीती है। इस सीटों पर हमारा फोकस ज्यादा होगा,क्योंकि वहां संगठन बहुत मजबूत है।

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