गुजरात चुनाव: BJP-congress की ‘पहले आप-पहले आप’ की रणनीति

Friday, Nov 17, 2017 - 12:40 PM (IST)

गांधीनगर: गुजरात चुनाव के लिए नामांकन की विधिवत शुरूआत के बावजूद सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्य विपक्षी कांग्रेस कथित तौर पर एक सोची-समझी रणनीति के तहत अपने उम्मीदवारों की घोषणा के मामले में ‘पहले आप-पहले आप’ की तर्ज पर बर्ताव करते नजर आ रहे हैं। गुजरात में नौ और 14 दिसंबर को दो चरण में चुनाव होने है। पहले चरण के लिए नामांकन की शुरूआत 14 नवंबर से हो भी चुकी है पर भाजपा अथवा कांग्रेस ने अब तक एक भी उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। पहले तीन दिन में मात्र 26 नामांकन हुए हैं। इनमें भाजपा की एक कथित डमी प्रत्याशी है पर कांग्रेस की ओर से डमी तक नहीं उतार गया है। मजे की बात तो यह है कि कांग्रेस ने पिछले साल दिसंबर में ही उम्मीदवार घोषित कर उन्हें चुनावी तैयारी के लिए एक साल का समय देने की बात कही थी। पर यह काम अब तक नहीं हो सका है। 

दोनों ही पार्टियां फूक फूक कर रख रही है कदम
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी ने कुछ समय पहले कहा था कि 16 नवंबर को 70 उम्मीदवारों की पहली सूची आयेगी पर ऐसा भी नहीं हुआ। आज दिल्ली में कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हो रही है पर उम्मीदवारों की घोषणा पर कोई स्पष्टता नहीं है।  उधर 22 साल से राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा भी इस मामले में काफी फूंक फूंक कर कदम रख रही है और अपनी सूची जारी करने से पहले कांग्रेस की सूची आने का इंतजार कर रही है ताकि जरूरत केे मुताबिक कुछ सीटों पर अंतिम समय में आवश्यक फेरबदल किया जा सके। पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल ने तो साफ तौर पर कहा है कि पार्टी कांग्रेस के प्रत्याशियों की घोषणा का इंतजार कर रही है।

लिस्ट के लिए बैठकों का दौर जारी
भाजपा के एक अन्य नेता ने कहा कि कुछ तयशुदा सीटों जैसे मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के लिए राजकोट पश्चिम आदि की एक सूची शायद जल्द ही जारी हो जाए पर अन्य सीटों के लिए कांग्रेस की सूची का इंतजार किया जाएगा। पार्टी जीत के प्रति आश्वस्त है पर अध्यक्ष अमित शाह की ओर से तय 150 सीटों पर जीत के लक्ष्य के चलते विशेष एहतियात बरता जा रहा है। सूची को लेकर कल और आज भी अमित शाह गांधीनगर में बैठकें कर रहे हैं।  

कांग्रेस भी नहीं लेना चाहती खतरा मोल
कांग्रेस, जो इस बार पाटीदार, दलित, ओबीसी और आदिवासी गठजोड़ की जुगत के जरिये गुजरात में चमत्कार करने की उम्मीद लगाए बैठी है, भी कोई खतरा मोल लेना नहीं चाहती। वह भी भाजपा की सूची देख उस हिसाब कुछ प्रत्याशियों में बदलाव की रणनीति पर काम कर रही है। उधर, राजनीतिक प्रेक्षकों का मानना है कि कांग्रेस भी अधिक विलंब होने पर अपने कुछ बड़े नेताओं की पहले से तयशुदा सीटों की सूची पहले घोषित करेगी और फिर भाजपा की सूची का इंतजार करेगी। ऐसे में इंतजार का यह खेल पहले चरण के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 21 नवंबर तक ङ्क्षखच जाए तो कोई आश्चर्य की बात नहीं। कांग्रेस के सामने टिकटों के मामले में सहयोगियों के साथ सामंजस्य जैसे कुछ मुद्दे भी हैं।  

राज्य की कुल 182 विधानसभा सीटों में से पहले चरण में सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के 19 जिलों की 89 सीटों पर और दूसरे में 14 जिलों की 93 सीटों पर मतदान होगा। दूसरे चरण के लिए नामांकन 20 से 27 नवंबर तक होगा। मतगणना 18 दिसंबर को होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, दोनो का गृहप्रदेश होने के कारण गुजरात चुनाव पर देश दुनिया की निगाहें हैं।
 

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