GST मतलब 'ग्रोइंग स्ट्रॉंगर टुगेदर', सभी दल राष्‍ट्रहित में करें फैसला: PM मोदी

Monday, Jul 17, 2017 - 12:19 PM (IST)

नई दिल्ली: संसद का मानसून सत्र आज से शुरू हो रहा है। पीएम ने मानसून सत्र को अनेक दृष्टि से महत्वपूर्ण बताते हुए विश्वास जताया कि सभी राजनीतिक दल तथा सांसद इसमें राष्ट्रहित के मुद्दों पर उच्च स्तर की चर्चा करेंगे। मोदी ने संसद की बैठक शुरु होने से पूर्व संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि मुझे विश्वास है कि इस सत्र में सभी राजनीतिक दल तथा सभी सांसदगण राष्ट्र हित के महत्वपूर्ण फैसले लेकर उत्तम स्तर की चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि यह सत्र अनेक रूप से महत्वपूर्ण है।

9 अगस्त को सत्र के दौरान ही अगस्त क्रांति के 75 साल पूरे हो रहे हैं तथा भारत छोड़ो आंदोलन के 75 साल भी पूरे होंगे। इसी सत्र में नए राष्ट्रपति तथा नए उपराष्ट्रपति का चुनाव करने का मौका मिला है। यह एक प्रकार से राष्ट्र जीवन की अत्यंत महत्वपूर्ण घटनाओं से भरा कालखंड है, इसलिए स्वभाविक है कि इस पर देशवासियों का विशेष ध्यान रहेगा। प्रधानमंत्री ने सत्र की शुरुआत पर किसानों को याद करते हुए कहा कि हम देश के किसानों को नमन करते हैं जो इस बरसात के इस मौसम में कठिन परिश्रम से खाद्य सुरक्षा का इंतजाम करते हैं।

जीएसटी का मतलब गोइंग स्ट्रोंगर टुगेदर
संसद सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जीएसटी की भावना का दूसरा नाम है, एक साथ विकसित और मजबूत होना। मुझे उम्मीद है कि मानसून सत्र जीएसटी की भावना के साथ चलेगा। पीएम ने उम्मीद जताई कि जीएसटी की सफल बारिशें मानसून सत्र को वैसी ही खुशबू से भर देंगी जैसी कि बरसात के बाद सूखी मिट्टी से सौंधी-सौंधी खुशबू आती है। उन्होंने कहा कि मैं आशा करता हूं कि सभी राजनीतिक दल, सांसद राष्ट्रीय हित के लिए काम करेंगे, उच्च स्तर की बहस करेंगे और सार्थक योगदान देंगे। मोदी ने कहा कि यह सत्र देश को राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति चुनने का अवसर दे रहा है।

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