GSAT-11 कल होगा लॉन्च, जानिए इसकी खासियतें

Tuesday, Dec 04, 2018 - 11:19 AM (IST)

बेंगलुरु: भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो द्वारा बनाए ‘‘सबसे अधिक वजनी’’ उपग्रह जीसैट-11 का बुधवार (5 दिसंबर) को फ्रेंच गुआना के एरियानेस्पेस के एरियाने-5 रॉकेट से प्रक्षेपण किया जाएगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बताया कि करीब 5,854 किलोग्राम वजन का जीसैट-11 देशभर में ब्रॉडबैंड सेवाएं उपलब्ध कराने में अहम भूमिका निभाएगा। इसे पहले 25 मई को प्रक्षेपित किया जाना था लेकिन इसरो ने अतिरिक्त तकनीकी जांच का हवाला देते हुए इसके प्रक्षेपण का कार्यक्रम बदल दिया।

इसकी खासियत

  • यह इसरो का बनाया अब तक का ‘‘सबसे अधिक वजन’’ वाला उपग्रह है। जीसैट-11 अगली पीढ़ी का ‘‘हाई थ्रुपुट’’ संचार उपग्रह है और इसका जीवनकाल 15 साल से अधिक का है।
  • शुरुआत में उपग्रह भू-समतुल्यकालिक स्थानांतरण कक्षा में ले जाया जाएगा और उसके बाद उसे भू-स्थैतिक कक्षा में स्थापित किया जाएगा।
  • एरियाने-5 रॉकेट जीसैट-11 के साथ कोरिया एयरोस्पेस अनुसंधान संस्थान (केएआरआई) के लिए जियो-कोम्पसैट-2ए उपग्रह भी लेकर जाएगा।
  • यह उपग्रह मौसम विज्ञान से संबंधित है।

Seema Sharma

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