दिल्ली पुलिस की FIR ग्रेटा थनबर्ग के खिलाफ नहीं, टूलकिट के लेखक पर हुआ केस

Thursday, Feb 04, 2021 - 08:52 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पर्यावरण एक्टविस्ट ग्रेटा थनबर्ग के खिलाफ दायर एफआईआर के बीच दिल्ली पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि एफआईआर में ग्रेटा का नाम नहीं है बल्कि उस टूलकिट के लेखक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। दिल्ली पुलिस ने बताया कि टूलकिट की जानकारी पहले से थी। दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त प्रवीर रंजन ने इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए कहा कि दिल्ली की तीनों बॉर्डर पर किसान आंदोलन चल रहा है। दिल्ली पुलिस सोशल मीडिया को मॉनिटर कर रही है, लगभग 300 सोशल मीडिया हैंडल पाए गए हैं, जिनका इस्तेमाल घृणित और निंदनीय कंटेंट फैलाने के लिए किया जा रहा है।


हम किसानों के आंदोलन के प्रति एकजुट: ग्रेटा
बता दें कि पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने ट्वीट में लिखा था कि हम भारत में किसानों के आंदोलन के प्रति एकजुट हैं। इसके साथ ही उन्होंने दूसरे ट्वीट में एक डॉक्यूमेंट शेयर किया, जिसमें भारत सरकार पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने की कार्ययोजना साझा की गई थी और पांच चरणों में दबाव बनाने की बात कही गई। हालांकि बाद में उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया। 

गूगल डॉक्यूमेंट हुआ था वायरल 
गूगल डॉक्यूमेंट शेयर करते हुए ग्रेटा ने लिखा था कि जो लोग मदद करना चाहते हैं यह ‘टूलकिट’ उनके लिए है। इस लिंक में भारत सरकार पर अंतरराष्ट्रीय दबाव डालने क कार्ययोजना का विवरण था। ग्रेटा ने गलती से सार्वजानिक किया हुआ ये ट्वीट तो डिलीट कर दिया लेकिन तब तक लोगों के पास यह डॉक्यूमेंट पहुंच चुके थे।


डॉक्यूमेंट में खुले कई राज 
ग्रेटा थनबर्ग द्वारा किए गए ट्वीट के बाद इस टूलकिट के दस्तावेजों की गोपनीयता में बदलाव कर इसे ‘प्राइवेट’ कर दिया गया है, ताकि लोग इसमें छुपी जानकारी ना जुटा सकें। यह भी कहा गया है कि 26 जनवरी के लिए जो योजना तैयार की गई थी, वह पूरी दुनिया और भारत में बिल्कुल वैसी ही रही। इस डॉक्यूमेंट से यह स्पष्ट हो गया है कि किसान आन्दोलन एक सोची समझी रणनीति के साथ शुरू किया गया था और 26 जनवरी का उपद्रव भी इसी रणनीति का हिस्सा था।
 

vasudha

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