राफेल मामले पर सरकार का यू टर्न, कहा- दस्तावेज चोरी होने की बात गलत

Saturday, Mar 09, 2019 - 11:26 AM (IST)

नेशनल डेस्क: राफेल मामले पर सुप्रीम कोर्ट के समक्ष दस्तावेजों के चोरी होने की बात कहने वाले अटॉर्नी जनरल के.के. वेणुगोपाल अपने बयान से पलट गए। उन्होंने दावा किया कि राफेल दस्तावेज रक्षा मंत्रालय से चुराए नहीं गए। वहीं रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी दावा किया कि रक्षा मंत्रालय से गोपनीय दस्‍तावेज चोरी होने की बातें गलत हैं। 

दरअसल अटॉर्नी जनरल ने अपने ताजा बयान में कहा कि राफेल दस्तावेज रक्षा मंत्रालय से चुराए नहीं गए और सुप्रीम कोर्ट में उनकी बात का मतलब यह था कि याचिकाकर्ताओं ने आवेदन में उन ‘‘मूल कागजात की फोटोकॉपियों’’ का इस्तेमाल किया जिसे सरकार ने गोपनीय माना है। शीर्ष अदालत में बुधवार को वेणुगोपाल की इस टिप्पणी ने राजनीतिक भूचाल ला दिया था कि राफेल लड़ाकू विमान के सौदे के दस्तावेज चुरा लिए गए हैं। 


कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इतने संवेदनशील कागजात के चोरी होने पर सरकार पर निशाना साधा और जांच की मांग की थी। वेणुगोपाल ने परोक्ष रूप से स्थिति को संभालने का प्रयास करते हुए कहा कि मुझे बताया गया कि विपक्ष ने आरोप लगाया है कि मैंने सुप्रीम कोर्ट में रक्षा मंत्रालय से फाइलें चोरी होने की दलील दी है। यह पूरी तरह से गलत है। यह बयान कि फाइलें चोरी हो गई हैं, पूरी तरह से गलत है। 

वेणुगोपाल ने कहा कि राफेल सौदे की जांच का अनुरोध ठुकराने के शीर्ष अदालत के आदेश पर पुनर्विचार की मांग वाली यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी और प्रशांत भूषण की याचिका में ऐसे 3 दस्तावेजों को नत्थी किया गया है, जो असली दस्तावेजों की फोटो कॉपी है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि अटॉर्नी जनरल द्वारा ‘चोरी’ शब्द का इस्तेमाल संभवत: ‘ज्यादा सख्त’ था और इससे बचा जा सकता था। सरकार ने ‘द हिन्दू’ अखबार को इन दस्तावेजों के आधार पर लेख प्रकाशित करने पर गोपनीयता कानून के तहत मामला दर्ज करने की चेतावनी भी दी थी। 

vasudha

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