'गब्बर सिंह टैक्स' से लेकर 'पकौड़ा रोजगार' तक पढ़ें राज्यसभा में शाह के भाषण की खास बातें

Monday, Feb 05, 2018 - 06:19 PM (IST)

नई दिल्लीः भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज राज्यसभा में मोदी सरकार की साढ़े तीन साल की उपलब्धियों को गिनाते हुए ‘पकौड़ा प्रकरण’ से लेकर ‘गब्बर सिंह टेक्स’ तक, कांग्रेस सहित समूचे विपक्ष के उन तमाम आरोपों का सिलसिलेवार जवाब दिया, जिनका सार्वजनिक तौर पर लगातार मखौल उड़ाया जा रहा है।

शाह ने उच्च सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश करते हुए कालेधन की धरपकड़ के लिए एसआईटी के गठन संबंधी सरकार के पहले फैसले से लेकर र्सिजकल स्ट्राइक, जीएसटी और नोटबंदी जैसे तमाम साहसिक फैसलों का जिक्र करते हुए उज्ज्वला योजना, स्वच्छ भारत अभियान और पीएम स्वास्थ्य योजना सहित जनहित की अनेक योजनाओं को देश में क्रांतिकारी बदलाव का वाहक बताया। 

बेरोजगारी से अच्छा पकौड़े बेचना
विपक्ष द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के पकौड़े बेचने वाले बयान का मजाक उड़ाने की तीखी आलोचना करते हुए शाह ने कहा ‘‘पकौड़े बनाना शर्म की बात नहीं, उनकी तुलना भिखारी से करना शर्म की बात है।’’ उल्लेखनीय है कि हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने एक साक्षात्कर में कहा था कि पकौड़े बेचने वाले को बेरोजगार नहीं कहा जा सकता है। विपक्ष ने उनके इस बयान का मखौल उड़ाया था। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने इस पर कहा था कि अगर अगर पकौड़े बेचना रोजगार है तो  भीख मांगना भी एक नौकरी है।

कांग्रेस पर कसा तंज
शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि 2013 में देश की जो स्थिति थी, उसे याद करने की जरूरत है। देश में विकास की गति काफी गिरी हुई थी, महिलाएं देश में सुरक्षित नहीं थीं। सीमा की रक्षा करने वाले जवान सरकार के अनिर्णय के कारण कुछ कर नहीं पा रहे थे लेकिन अब काफी कुछ बदल गया है। उन्होंने कहा कि सरकार को पिछले गड्ढे भरने में ही काफी समय लग गया। 

शाह के भाषण की खास बातें
-एक कुशल राजनीतिक वक्ता के रूप में विपक्ष और कांग्रेस नीत पुरानी सरकारों पर तीखे कटाक्ष और प्रहार किया।

-अंत्योदय योजना, जनधन योजना, उज्ज्वला योजना, प्रत्यक्ष लाभ अंतरण, स्वच्छता एवं शौचालय निर्माण, ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली पहुंचाने, सौभाग्य योजना, बीमा योजना सहित मोदी सरकार की तमाम योजनाओं की फेहरिस्त गिनाते हुए कांग्रेस की आलोचनाओं का सटीक जवाब दिया।

- जीएसटी को ‘गब्बर सिंह टैक्स’ बताए जाने की तीखी आलोचना की और कहा कि देश में सभी राज्यों की सहमति से लगाए गए इस कर को डकैती कहना कहां तक सही है? इसके माध्यम से आने वाला धन शहीदों की विधवाओं को पेंशन, सैनिकों के वेतन और उज्ज्वला योजना सहित विभिन्न जनहित योजना में लगाया जा रहा है।

-जीएसटी से न केवल देश की अर्थव्यवस्था बेहतर होगी बल्कि छोटे एवं मझौले कारोबारी भी मजबूत होंगे।

-जनधन बैंक खातों की योजना का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि देश की आजादी के 70 साल तक तक 60 प्रतिशत आबादी बैंक खातों से वंचित थी। इस योजना के माध्यम से 37 करोड़ खाते खोले गए। इसकी यह कहकर आलोचना की गई कि शून्य धनराशि वाले बैंक खाते खोलने से क्या होगा। इन खातों में आज लोगों ने 73 हजार करोड़ रुपए जमा करवा रखे हैं।

 

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