प्राइवेट स्कूलों को मिल रही तरजीह, सरकारी स्कूल में रोजाना बिक रहे मात्र एक से दस फार्म

Sunday, Dec 11, 2016 - 07:54 AM (IST)

चंडीगढ़(रश्मि) : शहर के सरकारी स्कूलों में इन दिनों एंट्री लैवल की एडमिशन प्रक्रिया जारी है पर हर सरकारी स्कूल में रोजाना मात्र एक से दस फार्म ही बिक रहें हैं। वहीं प्राइवेट स्कूलों में एडमिशन को लेकर मारामारी है। हालांकि सरकारी स्कूलों में प्रोस्पैक्टस के साथ-साथ एजुकेशन भी मुफ्त है लेकिन इसके बावजूद अभिभावक प्राइवेट स्कूलों को तवज्जो दे रहे हैं। जब इसे लेकर शिक्षा विभाग की जिला शिक्षा अधिकारी-3 सुनीता कौर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सरकारी स्कूलों में एडमिशन को लेकर अभिभावक कम दिलचस्पी दिखा रहे हैं। इस कारण सीटें खाली रह जाती हैं। इसी के चलते नामांकन प्रक्रिया मार्च-अप्रैल में जारी रखनी पड़ती है। 

 

यहां मिल रहा प्रोस्पैक्टस :
जी.एम.एस.एस.एस.-16
जी.एम.एस.एस.एस.-10
जी.एम.एस.एस.एस.-33
जी.एम.एस.एस.एस.-37बी

 

प्राइवेट स्कूलों के बाद सरकारी का नंबर :
सरकारी स्कूलों के टीचर्स की मानें तो हर साल एडमिशन के दिनों में सरकारी स्कूलों की यह कहानी देखने को मिलती है। यहां गिने-चुने फार्म ही बिकते हैं।  लेकिन जैसे ही प्राइवेट स्कूलों में एडमिशन मिलने की आशा खत्म होती है तो अभिभावक सरकारी स्कूलों का रूख करते हैं। अगर प्राइवेट स्कूलों में एडमिशन के लिए अभिभावक अप्लाई करते भी हैं तो तब भी वे सरकारी स्कूलों में से कुछ ही स्कूलों में एडमिशन दिलाने को तरजीह देते हैं। इनमें जी.एम.एस.एस.एस.-16, जी.एम.एस.एस.एस.-18, जी.एम.एस.एस.एस.-10, जी.एम.एस.एस.एस.-19, जी.एम.एस.एस.एस.-37, जी.एम.एस.एस.एस.-20, जी.एम.एस.एस.एस.-32 आदि स्कूल शामिल हैं।

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